GMDA बैठक में 2574 करोड़ रुपए के बजट को मिली मंज़ूरी

गुरुग्राम के सोहना रोड पर वाटिका चौक पर बना रहे अंडरपास का निर्माण कार्य जल्दी पूरा हो जाएगा। इसके लिए भी जो एनएचएआई को राशि दी जानी थी उसको भी पूरा किया गया है। इसके अलावा ड्रेन का जो निर्माण किया जाना है उसके बीच नहीं की और नगर निगम की जमीन लगती है जिसे जीएमडीए और नहीं मिलकर निर्माण करेंगी। इसके अलावा इस बैठक में कई परियोजनाओं को हरी झंडी मिली, जिसके चलते अब गुरुग्राम के विकास कार्यों को और गति मिलेगी।

गुरुग्राम || मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में आज जीएमडीए की 12वीं  बैठक हुई। बैठक में कमल गुप्ता और कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा भी मौजूद रहे। 2023 और 2024 के वार्षिक बजट के लिए 25 करोड़ रूपये की मंजूरी दी गई है। गुरुग्राम के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में जीएमडीए की हुई बैठक में कई एजेंटों पर चर्चा की गई। जिसमें कई परियोजनाओं को मंजूरी दी गई। गुरुग्राम के हर एक सेक्टर और कॉलोनी तक पीने की पानी की सप्लाई सुचारू रूप से पहुंच सके। इसके अलावा नए सेक्टरों का जो निर्माण हुआ है जिसमें सेक्टर 102-103 और द्वारका एक्सप्रेसवे से लगती हुई तमाम सेक्टर्स में भी पानी की सप्लाई की जाए। इसके लिए मास्टर वाटर सप्लाई के लिए मंजूरी दी गई है। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज पर करीब 300 करोड रुपए का खर्च आएगा।

बादशाहपुर नजफगढ़ ट्रेन में बांध बनाने के साथ-साथ उसको पक्का करने के लिए भी बजट को मंजूरी दे दी गई है। अलग-अलग फेस में इसका कार्य पूरा किया जाएगा। द्वारका एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ सर्विस लाइन के निर्माण के लिए भी जो बात रखी गई थी उसको भी हरी झंडी दी गई है। गुरुग्राम के सोहना रोड पर वाटिका चौक पर बना रहे अंडरपास का निर्माण कार्य जल्दी पूरा हो जाएगा। इसके लिए भी जो एनएचएआई को राशि दी जानी थी उसको भी पूरा किया गया है। इसके अलावा ड्रेन का जो निर्माण किया जाना है उसके बीच नहीं की और नगर निगम की जमीन लगती है जिसे जीएमडीए और नहीं मिलकर निर्माण करेंगी। इसके अलावा इस बैठक में कई परियोजनाओं को हरी झंडी मिली, जिसके चलते अब गुरुग्राम के विकास कार्यों को और गति मिलेगी।
वहीं सावन में हुई बरसात के बाद गुरुग्राम में हुए जल भराव और निकासी के बारे में पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल बिना कुछ बोले निकल गए। बैठक में अधिकारियो ने भविष्य की ऐसी तस्वीर पेश की कि मुख्यमंत्री वाहवाही कर चलते बने। बहरहाल इस बैठक के बाद लोगों के जहन में बरसात के दौरान दरिया में तब्दील होने वाले गुरुग्राम के लिए कोई ठोस योजना को लेकर अनेक सवाल पनप रहे है। साइबर सिटी के लोगों को उम्मीद थी कि बैठक के दौरान कोई ऐसी योजना बनेगी, जिससे बरसात के बाद होने वाले जल भराव से मुक्ति मिलेगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।