चरखी दादरी - बागवानी के साथ जहर मुक्त ऑग्रेनिक सब्जियों की खेती से किसान हुआ मालामाल!

चरखी दादरी || बागवानी के साथ ऑग्रेनिक सब्जियों की खेती करते हुए गांव असावरी के प्रगतिशील किसान पवन कुमार एक सीजन में तीन-तीन फसलें पैदा कर खासी कमाई कर रहे हैं। दूसरे किसानों के लिए प्रेरणा स्रोत बने किसान पवन कुमार को जहां एक सीजन में प्रति एकड़ पांच से सात लाख रुपए की कमाई हो रही है|

चरखी दादरी || बागवानी के साथ ऑग्रेनिक सब्जियों की खेती करते हुए गांव असावरी के प्रगतिशील किसान पवन कुमार एक सीजन में तीन-तीन फसलें पैदा कर खासी कमाई कर रहे हैं। दूसरे किसानों के लिए प्रेरणा स्रोत बने किसान पवन कुमार को जहां एक सीजन में प्रति एकड़ पांच से सात लाख रुपए की कमाई हो रही है| वहीं टपका विधि से जहर मुक्त फसलें उगाकर पानी बचाने का भी आह्वान कर रहे हैं। कृषि वैज्ञानिकों ने भी किसानों को सरकार की योजनाओं का लाभ लेते हुए रसायन मुक्त खेती करने की सलाह दी है।

बता दें कि चरखी दादरी के गांव असावरी के किसान पवन कुमार करीब पांच वर्षों से बागवानी के साथ-साथ ऑग्रेनिक सब्जियों की खेती कर रहे हैं। किसान ने अपने 9 एकड़ में किन्नू, मौसमी व अमरूद का बाग लगाया है और बाग में लगे पेड़ों के बीच ही तरबूज, खरबूजा, घीया, टिंडा, कद्दू, काकड़ी, बैंगन की सब्जी लगाई है। इस समय किसान के खेत में घीया, बैंगन व टिंडा की तैयार फसल मार्केट में भेज रहे हैं। किसान ने अपने खेत में ही देशी खाद तैयार करके बिना रसायन की खेती पर ध्यान दिया है और लोगों को जहर मुक्त फल-सब्जियां मार्केट रेट पर ही उपलब्ध करवाकर प्रति वर्ष पांच से सात लाख रुपए की खासी कमाई कर रहे हैं।

किसान पवन कुमार ने अपने खेत में लगाया बाग व सब्जियों के पौधे दिखाते हुए बताया कि सरकार की योजनाओं से फल-सब्जियों की खेती करने में सब्सिडी मिल रही है। वहीं सरकार की योजनाओं का लाभ लेते हुए वे दूसरे किसानों को भी परमपरागत खेती छोड़कर ऑग्रेनिक फल-सब्जियों की खेती करने का आह्वान कर रहे हैं। उनको देखते हुए गांव में कुछ अन्य किसानों ने भी सब्जियों की खेती करनी शुरू कर दी है। किसान ने बताया कि करीब 9 एकड़ में बाग लगाया है और उसके साथ ही सब्जियों की खेती भी लगाई है। तरबूज, खरबूजा, कद्दू व ककड़ी कुछ दिनों में तैयार हो जाएगी। एक सीजन में तीन-तीन फसलें पैदा कर उसको खासी कमाई हो रही है। कृषि वैज्ञानिक चंद्रभान ने बताया कि किसान अब परंपरागत खेती के साथ-साथ आधुनिक विधि से सब्जी की भी फार्मिंग कर रहे हैं। सरकार की योजनाओं से किसानों को काफी फायदा मिल रहा है। उन्होंने अन्य किसानों को भी रसायन मुक्त व ऑग्रेनिक खेती करने का आह्वान किया।