हरियाणा के पास पानी नहीं तो कैसे दें दिल्ली को पानी

[pardeep sahu,charkhi dadri] हरियाणा भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व प्रवक्ता वीर कुमार यादव ने दिल्ली की जल मंत्री आतिशी द्वारा पानी को लेकर किये अनशन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हरियाणा के पास ही नहीं पर्याप्त पानी तो दिल्ली को कैसे दें। समझौता से भी दिल्ली को पानी दिया जा रहा है फिर भी आम आदमी पार्टी वाले नौटंकी कर रहे हैं। हरियाणा अगर दिल्ली को समझौते अनुसार पानी नहीं दे रहा तो वे कोर्ट से पानी मांग लें। हरियाणा द्वारा समझौता से ज्यादा दिल्ली को पानी दिया जा रहा है। आम आदमी पार्टी अपनी वोटों के चक्कर में जनता को बेवकूफ बनाया जा रहा है।

चरखी दादरी। हरियाणा भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व प्रवक्ता वीर कुमार यादव ने दिल्ली की जल मंत्री आतिशी द्वारा पानी को लेकर किये अनशन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हरियाणा के पास ही नहीं पर्याप्त पानी तो दिल्ली को कैसे दें। समझौता से भी दिल्ली को पानी दिया जा रहा है फिर भी आम आदमी पार्टी वाले नौटंकी कर रहे हैं। हरियाणा अगर दिल्ली को समझौते अनुसार पानी नहीं दे रहा तो वे कोर्ट से पानी मांग लें। हरियाणा द्वारा समझौता से ज्यादा दिल्ली को पानी दिया जा रहा है। आम आदमी पार्टी अपनी वोटों के चक्कर में जनता को बेवकूफ बनाया जा रहा है।

भाजपा नेता वीर यादव की अध्यक्षता में दादरी के भाजपा कार्यालय में आयोजित आपातकाल दिवस मनाया गया। इस दौरान उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं व नेताओं के साथ आपातकाल के दौरान के हालातों को याद किया। मीटिंग में आपातकाल के समय पार्टी कार्यकर्ताओं व नेताओं ने उनके साथ हुए हालातों की चर्चा की। बताया कि उस समय देश में ऐसे हालात पैदा हो गए कि जनता को छिपकर दिन बिताने पर मतजबूर होना पड़ा। कार्यक्रम के बाद मीडिया से रूबरू हुए भाजपा नेता वीर कुमार यादव ने कांग्रेस द्वारा लगाये आपातकाल पर कटाक्ष किये और कहा कि आपातकालीन की जिम्मेदार कांग्रेस पार्टी थी और अब भाजपा लोगों को इस दिवस को मनाते हुए याद दिला रही है। उन्होंने जजपा व इनेलो पर भी कटाक्ष किया और कहा कि इन पार्टियों का अपना सिंबल नहीं बचेगा। जजपा की करतूतें जनता के सामने आ गई हैं और यह अब रजिस्टर्ड पार्टी भी नहीं बच पाएगी। वहीं कहा कि संविधान का मटियामेट करने वाली कांग्रेस अब रखवाली बनने का ढोंग कर वोट लेने के चक्कर में है। कांग्रेस ने अपनी कुर्सी बचाने के चक्कर में आपातकाल लगाकर आम जनता के हकों को छीना है।