किसानों के कंधे पर बंदूक़ रखकर राजनीति ना करे कांग्रेस- जेपी

कृषि मंत्री जेपी दलाल ने सबसे पहले बताया कि गेहूं व सरसों की ख़रीद शुरू हो चुकी है। किसान फसलों को सुखा कर लाएँ, फिर ख़रीद में कोई समस्या नहीं आएगी। वहीं झज्झर ज़िला में एक किसान द्वारा अपनी गेहूं की ख़राब फसल पर ट्रेक्टर चलाने पर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों के कंधे पर बंदूक़ रखकर राजनीति ना करे। सरकार इस संकट के समय किसानों को साथ है। उन्होंने कहा कि इसी तरह की आपदा के दौरान साल 2015 में भाजपा सरकार ने 1500 करोड़ रुपये का मुआवज़ा किसानों को दिया था।

भिवानी || हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल भिवानी में अपने आवास पर जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएँ सुन रहे थे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से मुख़ातिब होते हुए किसान हित में अपनी सरकार की उपलब्धियों का बखान करते हुए कांग्रेस व सांसद दीपेन्द्र हुड्डा पर निशाना साधा। कृषि मंत्री जेपी दलाल ने सबसे पहले बताया कि गेहूं व सरसों की ख़रीद शुरू हो चुकी है। किसान फसलों को सुखा कर लाएँ, फिर ख़रीद में कोई समस्या नहीं आएगी। वहीं झज्झर ज़िला में एक किसान द्वारा अपनी गेहूं की ख़राब फसल पर ट्रेक्टर चलाने पर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों के कंधे पर बंदूक़ रखकर राजनीति ना करे। सरकार इस संकट के समय किसानों को साथ है। उन्होंने कहा कि इसी तरह की आपदा के दौरान साल 2015 में भाजपा सरकार ने 1500 करोड़ रुपये का मुआवज़ा किसानों को दिया था। अब भी दिया जाएगा। 
वहीं कुछ रोज़ पहले भिवानी पहुँचे कांग्रेस सांसद दीपेन्द्र हुड्डा द्वारा 15 दिन में किसानों को मुआवज़ा ना देने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी थी। इस पर कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि दीपेन्द्र पहले किसानों से माफ़ी माँगे। उनकी सरकार रहते किसानों की हालत बेहद ख़राब थी। भाजपा ने पहले की हर सरकार से ज़्यादा किसानों का भला किया है। मुआवज़ा राशि व कृषि तथा सिंचाई का बजट तीन गुणा बढ़ाया है। उन्होंने कांग्रेस के हर नेता को खुली चुनौती देते हुए कहा कि किसान हित में मैं आँकड़ों के साथ खुली बहस के लिए तैयार हूँ।

जेपी दलाल ने कहा कि कांग्रेस किसानों से माफ़ी माँगे कि वो अपनी सरकार के दौरान किसानों की मदद नहीं कर पाए। वहीं सीएम मनोहरलाल के जन संवाद कार्यक्रम पर उठाए जा रहे सवालों पर पलटवार करते हुए कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि हम गरीब व कमजोर लोगों के हित में काम करते हैं, जबकि कांग्रेस में कुछ ही लोगों व परिवारों की सुनवाई होती है। उन्होंने कांग्रेस को साफ़ कहा कि हमें ना बताए कि क्या करना है, बल्कि कांग्रेस अपना खुद का रवैया ठीक करे। 
सत्ता किसी की हो, किसी की रही हो, सीएम कोई हो या कोई रहा हो, हर किसी ने हमेशा किसानों के हित में काम करने के बड़े बड़े दावे किए और अब भी हो रहे हैं। पर किसानों की हालत देख, हर कोई कह सकता है कि वायदे तो वायदे हैं वायदों का क्या?