जल्द पैसा कमाने और लग्ज़री लाइफ जीने की चाह ने रेसलर को बनाया लुटेरा, इण्टरनेशनल स्तर पर गोल्ड मेडल जीत चुके एक रेसलर समेत 4 रेसलर पहलवानो को लूट के आरोप में पुलिस ने दबोचा...

वो बनना तो चाहते थे एक नामी रेसलर, पर जल्द पैसे कमाने की चाहत में बन बैठे शातिर लूटरे। लूट में इस्तेमाल गाड़ी के व्हील केप और खराब टेल टाइट ने पहुँचाया जेल। दिल्ली के आउटर नार्थ जिला पुलिस की स्पेशल स्टाफ टीम ने 4 ऐसे लुटेरों को गिरफ्तार किया है जो हैं तो पहलवान लेकिन उनकी पैसे की भूख ने उन्हें अपराधी बना दिया। आउटर नार्थ जिले की स्पेशल स्टाफ टीम ने 8 दिन की कड़ी मशक्कत और करीब 170 CCTV कैमरे की फुटेज को गहनता से खँगालने के बाद आखिर कार इन पहलवानो को ही पटखनी दे दी है। और अब चारो रेसलर ही पुलिस की गिरफ्त में हैं। जिनमे से एक पहलवान तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को रेसलिंग में गोल्ड मेडल तक दिला चुका है।

जल्द पैसा कमाने और लग्ज़री लाइफ जीने की चाह ने रेसलर को बनाया लुटेरा,  इण्टरनेशनल स्तर पर गोल्ड मेडल जीत चुके एक रेसलर समेत 4 रेसलर पहलवानो को लूट के आरोप में पुलिस ने दबोचा...

नई दिल्ली (ब्यूरो रिपोर्ट)|| पुलिस टीम की गिरफ्त में खड़े ये चारों नकाबपोश बदमाश लूट के आरोपी हैं दरअसल जिले के डीसीपी ने बताया कि पिछले दिनों पहले इन बदमाशो ने थाना समय पुर बादली इलाके में एक कारोबारी से बंदूक की नोंक पर लाखों रुपये की लूट को अंजाम दिया था, साथ ही उसे डराने के इरादे से इन्होंने कारोबारी के नोकर को पैर में गोली मारी और वहाँ से स्विफ़्ट कार में वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए, लेकिन अब इन्हें जिले की स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर अजय शर्मा और SI कमलेश मीना समेत ASI ओमबीर, हैडकांस्टेबल अरुण, व कॉन्स्टेबल हनुमान और सचिन आदि टीम ने धर दबोचा है। डीसीपी गौरव शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया पकड़े गए चारो लुटेरे दिनेश उर्फ राजा, लक्ष्य उर्फ सचिन, रॉबिन और हरदीप हैं जोकि पहलवान होने के साथ साथ सभी रेसलर्स भी है, जिनमे से एक नए तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रेसलिंग में गोल्ड मेडल भी जीत हुआ है।

हैरानी की बात तो ये है कि सभी एक रेसलर होते हुए भी जल्द औऱ आसनी से पैसा कमाकर लग्ज़री लाइफ जीने के चक्कर मे अपराध की दुनिया मे आये और लूटपाट कर पैसे कामना इन्हें एक आसान विकल्प लगा। और बस फिर क्या था ये रेसलिंग करते हुए देने लूटपाट की वारदात को अंजाम देने लगे। वहीं इन्हें पकड़ना पुलिस के लिए लगभग नामुमकिन ही था क्योंकि वारदात की जगह कोई CCTV फुटेज भी पुलिज़ को नही मिला पाया था।

लेकिन 8 दिन की कड़ी मेहनत और करीब 170 सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को बारीकी से खंगाले के बाद पुलिस टीम ने वारदात में इस्तेमाल हुई गाड़ी के ब्लैक व्हील कैप और एक तरफ की खराब टेल लाइट वाली स्विफ्ट डिज़ायर को इसी छोटे से क्लू की वजह से आखिरकार ढूंढने में कामियाब हो ही गयी और फिर मौका मिलते ही पुलिस टीम ने इन्हें धर दबोचा। पुलिस ने इनके कब्जे से 2 पिस्टल, 5 जिंदा कारतूस और वारदात में इस्तेमाल डिज़ायर गाड़ी भी बरामद कर ली है।

बरहाल पकड़ में आये बदमाशो से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है ताकि पता लगा सके कि ये किसी ओर वारदात में तो शामिल नही है। ज़ाहिर है कि इन्हें पकड़ना पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी है। और जल्द पैसा कमाने की चाह आजकल के कुछ युवाओ को जुर्म के दलदल तक पहुँचा देती है। जहाँ आना तो शायद आसान है लेकिन इससे निकल पाना बड़ा ही मुश्किल है।