कर्ण चौटाला ने बाढ़ प्रबंधन पर प्रशासन को घेरा

इनेलो नेता के मुताबिक, राज्य सरकार को प्रभावित किसानों को प्रति एकड़ फसल के नुकसान के लिए 40 से 45 हजार रुपए देने की मांग करती है, जबकि सरकार ने अब तक उन्हें 15 से 20 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा देने की ही स्वीकृति दी है। इस विवादित स्थिति में इनेलो नेता और परिषद के चेयरमैन कर्ण सिंह चौटाला ने प्रशासन को घेरकर बाढ़ प्रबंधों के सम्बन्ध में सवाल उठाए हैं।

सिरसा || इनेलो नेता और जिला परिषद के चेयरमैन कर्ण सिंह चौटाला ने हरियाणा के सिरसा जिले में बाढ़ प्रबंधों पर प्रशासन को घेरा है। उन्होंने कहा कि बाढ़ की वास्तविक कारण जिला प्रशासन की ढिलाई और लापरवाही है, जिससे हजारों लोग अपने घर छोड़कर खुले आसमान तले जीवन यापन कर रहे हैं। कर्ण चौटाला ने बताया कि जिले में बाढ़ से निपटने के लिए डीसी के पास ढाई करोड़ रुपए की राशि आई है, जिसमें से केवल 27 पंचायतों को अब तक कुछ राशि आवंटित की गई है। उन्होंने बताया कि जिन गांवों से घग्गर नदी गुजर रही है, वहां के तटबंध को मजबूत करने की दिशा में प्रशासन उदासीन है और न तो वहां के ग्रामीणों को आवश्यक उपकरण दिए जा रहे हैं।
कर्ण सिंह चौटाला ने आगे कहा कि इस विपदा के समय में भी कुछ लोग राजनीतिक लाभ उठाने के प्रयास में लगे हुए हैं और तटबंधों पर जाकर फोटो खिंचवा रहे हैं। वर्ष 2010 में हुई थी बाढ़ के कारण हुए नुकसान को वह छिपा नहीं रखते हैं और सदैव प्रभावित लोगों की मदद के लिए तत्पर रहते हैं। इनेलो नेता के मुताबिक, राज्य सरकार को प्रभावित किसानों को प्रति एकड़ फसल के नुकसान के लिए 40 से 45 हजार रुपए देने की मांग करती है, जबकि सरकार ने अब तक उन्हें 15 से 20 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा देने की ही स्वीकृति दी है। इस विवादित स्थिति में इनेलो नेता और परिषद के चेयरमैन कर्ण सिंह चौटाला ने प्रशासन को घेरकर बाढ़ प्रबंधों के सम्बन्ध में सवाल उठाए हैं। बाढ़ के प्रभावित लोगों को उचित सहायता देने की मांग करते हुए उन्होंने सरकार को ध्यान खींचने की कोशिश की है।