भिवानी ज़िले के ग़ैर मान्यता प्राप्त लगभग 70 स्कूल बंद होंगे।

भिवानी ज़िले के ग़ैर मान्यता प्राप्त लगभग 70 स्कूल बंद होंगे। इसके लिए शिक्षा विभाग ने करवाई शुरू कर दी है। ज़िला शिक्षा अधिकारी नरेश मेहता ने इसके लिए टीम बना दी है। वही प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन ने भी शिक्षा विभाग का साथ देने की बात कही है। उनका कहना है की ग़ैर मान्यता प्राप्त स्कूल बंद होने चाहिये।

भिवानी ज़िले के ग़ैर मान्यता प्राप्त लगभग 70 स्कूल बंद होंगे। इसके लिए शिक्षा विभाग ने करवाई शुरू कर दी है। ज़िला शिक्षा अधिकारी नरेश मेहता ने इसके लिए टीम बना दी है। वही प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन ने भी शिक्षा विभाग का साथ देने की बात कही है। उनका कहना है की ग़ैर मान्यता प्राप्त स्कूल बंद होने चाहिये। 
भिवानी ज़िले में ऐसे बहुत से स्कूल है जो ग़ैर मान्यता के ही चल रहे थे। ये स्कूल बच्चे के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है। स्कूलों में ना तो बच्चों के लिए बैठने की व्यवस्था है ना ही अन्य सरकारी नियम पूरे करते है । स्कूलों की मान्यता ना होने की वजह से बच्चो का भविष्य भी अधर में लटक रहा है । इस पर आज बड़ी करवाई करते हुए ज़िला शिक्षा अधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से स्कूलों की जाँच के बाद लिस्ट माँगी थी। आज लिस्ट ज़िला शिक्षा अधिकारी के पास पहुँच गई है। ज़िला शिक्षा अधिकारी नरेश मेहता ने बताया कि इन स्कूलों पर करवाई होगी। साथ ही जो एकेडमिया खुली हुई है वो भी अगर सरकार के नियम के तहत नहीं होगी उसके ख़िलाफ़ भी करवाई की जाएगी। ज़िला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि गत दिवस उन्होंने बडेसरा में भी ग़ैर मान्यता प्राप्त स्कूलों की जाँच की थी। उन्होंने बताया कि छोटे छोटे कमरों में ये स्कूल चल रहे थे। उन्होंने बताया कि 70 स्कूलों की लिस्ट उनके पास आई है जिन पर करवाई की जाएगी।
वही प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के राज्य प्रधान राम अवतार शर्मा ने कहा कि वे शिक्षा विभाग के साथ है। जो भी ग़ैर मान्यता प्राप्त स्कूल है सरकार उनके ख़िलाफ़ करवाई करे। प्राइवेट स्कूल वेलफेयर सरकार के साथ है। उन्होंने ये भी कहा कि ज़िला शिक्षा विभाग के  पास लिस्ट पूरी नहीं पहुँची है ग़ैर मान्यता प्राप्त स्कूल 150 से ज़्यादा है।