चंद्रयान 3 को बनाने में हरियाणा की इस कंपनी का अहम योगदान

एलपीएस बोसर्द के महाप्रबंधक मुकेश सिंह ने बताया कि देश के प्रतिष्ठित इस यूनिक प्रोजेक्ट के लिए उनकी सालों की मेहनत लगी है। और यह बहुत ही गोपनीय तरीके से गुणवत्ता के आधार पर तैयार किए गए नट बोल्ट ही इसरो को उपलब्ध करवाए गए हैं। उन्हें पूरी उम्मीद है कि चंद्रयान की सफल लैंडिंग होगी और एलपीएस बोसर्द भी अपनी कसौटी पर खरी उतरेगी।

रोहतक || चंद्रयान पार्ट 3 में लगे रोहतक में बने लगभग 1,50,000 नट बोल्ट, रोहतक स्थित एलपीएस बोसार्द कंपनी के महाप्रबंधक इस बात के लिए खुश हैं कि भारत के हरियाणा राज्य का एक छोटा सा शहर रोहतक भी इसरो के ऐतिहासिक मिशन का हिस्सा बनने जा रहा है। चंद्रयान पार्ट 3 अपने ऐतिहासिक मिशन के लिए  भरेगा उड़ान। चंद्रयान की सफल लैंडिंग के लिए जहां इसरो के वैज्ञानिकों सहित रोहतक एलपीएस बोसर्द के लोगों की भी धड़कन तेज हो गई हैं क्योंकि चंद्रयान के निर्माण में लगे तमाम नट बोल्ट इसी कंपनी द्वारा तैयार किए गए हैं। एलपीएस बोसर्द के महाप्रबंधक मुकेश सिंह ने बताया कि देश के प्रतिष्ठित इस यूनिक प्रोजेक्ट के लिए उनकी सालों की मेहनत लगी है। और यह बहुत ही गोपनीय तरीके से गुणवत्ता के आधार पर तैयार किए गए नट बोल्ट ही इसरो को उपलब्ध करवाए गए हैं। उन्हें पूरी उम्मीद है कि चंद्रयान की सफल लैंडिंग होगी और एलपीएस बोसर्द भी अपनी कसौटी पर खरी उतरेगी।

रोहतक स्थित एलपीएस बोसर्द के कर्मचारी और अधिकारी आज अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं क्योंकि आज स्वदेशी तकनीक से बना चंद्रयान 3 पूरी तरह से उड़ान के लिए तैयार है। कंपनी के महाप्रबंधक मुकेश सिंह ने बताया कि इसरो द्वारा हर प्रोजेक्ट के लिए उनकी कंपनी नट बोल्ट उपलब्ध करवाती है। कंपनी संख्या की बजाए गुणवत्ता पर पूरा ध्यान देती है। उन्होंने बताया कि चंद्रयान में लगे तमाम नट बोल्ट उनकी कंपनी द्वारा पिछले साल सितंबर में ही उपलब्ध करवा दिए गए थे। देश में निर्मित हर मिसाइल और सेटेलाइट के लिए नट बोल्ट देने का काम एलपीएस बोसर्द द्वारा ही किया जाता है। कंपनी देश की प्रतिष्ठा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पूरे प्रोजेक्ट को बड़ा गोपनीय ढंग से पूरा करती है। उन्हें आज खुशी है स्वदेशी तकनीक से बने चंद्रयान में उनकी कंपनी का भी योगदान है। इसरो के वैज्ञानिकों सहित पूरे देश के लोगों के साथ एलपीएस बोसर्द की कंपनी के कर्मचारी और अधिकारी भी उस पल का इंतजार कर रहे हैं जब चंद्रयान चंद्रमा पर सुरक्षित लैंडिंग करेगा। इस प्रोजेक्ट में कंपनी द्वारा लगभग डेढ़ लाख के करीब नट बोल्ट उपलब्ध करवाए गए हैं। जिस की गुणवत्ता पर पूरा ध्यान रखा गया है यह तमाम प्रोजेक्ट इसरो के वैज्ञानिकों की देखरेख में तैयार किया जाता है। उन्होंने कहा कि वह भविष्य में भी देश के ऐसे बड़े प्रोजेक्ट के लिए नट बोल्ट उपलब्ध करवाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।