भले ही विद्यार्थी कम पड़े लेकिन उसे अच्छे प्रकार से पढ़े!

भले ही कम पढ़ें लेकिन उसे अच्छी प्रकार से पढ़ें, टारगेट को पाने के लिए उसके पीछे चलना जरूरी है यह कहना है सोनी टीवी पर कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम में हाल ही में करोड़पति बनकर लौटे 13 वर्षीय आरपीएस स्कूल के आठवीं कक्षा के छात्र मयंक का। मयंक ने पत्रकारों के समक्ष बताया कि यह अचीवमेंट उसने अपने पिता के सपने को साकार करने के लिए हासिल की है|

महेंद्रगढ़ || भले ही कम पढ़ें लेकिन उसे अच्छी प्रकार से पढ़ें,टारगेट को पाने के लिए उसके पीछे चलना जरूरी है यह कहना है सोनी टीवी पर कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम में हाल ही में करोड़पति बनकर लौटे 13 वर्षीय आरपीएस स्कूल के आठवीं कक्षा के छात्र मयंक का। मयंक ने पत्रकारों के समक्ष बताया कि यह अचीवमेंट उसने अपने पिता के सपने को साकार करने के लिए हासिल की है| अभी मुझे अपना लक्ष्य पाने के लिए आगे बढ़ना है। केबीसी में करोड़पति बनने वाले मयंक का लक्ष्य है कि वह एक अच्छा इंजीनियर बनकर देश की सेवा करें। मयंक ने अपनी उपलब्धि के लिए अपने माता-पिता के साथ-साथ अपने स्कूल प्रबंधन व गुरुजनों को देते हुए सभी बच्चों के लिए संदेश दिया कि कोई भी विद्यार्थी प्रेशर में ना पढ़ें, भले ही वह थोड़ा पढ़ें परंतु उसे अच्छी प्रकार से पढ़े, तभी वह अपने टारगेट को प्राप्त कर सकता है। वह 7 करोड़ पॉइंट के लिए खेल में आगे नहीं बढ़ा इस बात का उसे कोई दुख नहीं है क्योंकि उसके पापा का सपना था कि वह हॉट सीट पर एक करोड़ पॉइंट जीते। जिसे उसने पूरा कर दिखाया है।

इस मौके पर आरपीएस ग्रुप की चेयरपर्सन डॉक्टर पवित्रा राव ने कहा कि मयंक ने निश्चित रूप से न केवल  आरपीएस विद्यालय बल्कि पूरे क्षेत्र, जिले व प्रदेश ही नहीं देश में नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा की उनके विद्यालय में बच्चों के उज्ज्वल भविष्य को लेकर कृत संकल्पित हैं। इसी दिशा में आज आरपीएस अभिभावकों के विश्वास के अनुरूप बच्चों की प्रतिभा को तरसते हुए उन्हें उनके लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए उचित मंच प्रदान कर रहा है। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए मयंक और उसके परिवार को बधाई देते हुए घोषणा की कि मयंक की पढ़ाई भी 12वीं कक्षा तक निशुल्क होगी। उन्होंने मयंक और उसके माता-पिता को बधाई देते हुए कहा कि आज आरपीएस के बच्चे हर क्षेत्र में जिला, प्रदेश व देश में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। उनके विद्यालय के बच्चे आज आईआईटी, नीट, एनडीए के साथ-साथ अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में भी अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रहे हैं। अब मयंक ने कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए यह मुकाम हासिल कर अपने विद्यालय, गांव, जिले व प्रदेश का नाम रोशन किया है।

इस दौरान मयंक के पिता प्रदीप कुमार, माता बबीता ने भी पत्रकारों के समक्ष बताया कि उनका बेटा हमेशा ही अपनी पढ़ाई के प्रति गंभीर रहता है। मयंक की पढ़ाई के लिए उन्होंने कोई ट्यूशन की व्यवस्था नहीं की है । वह जो काम करता है अपने स्वयं के दिमाग से करता है ।मोबाइल का उपयोग भी वह हमेशा नई-नई जानकारियां खोजने के लिए ही करता है। इसके साथ-साथ वह समाचार पत्रों को अपनी उपलब्धि का एक जरिया मानता है।