सरकारी अस्पताल की दिखी बड़ी लापरवाही , राजधानी की सड़को पर भटकती रही माँ

राजधानी में दिल्ली सरकार के अस्पताल की दिखी बड़ी लापरवाही , पांच साल की बच्ची को ग्लूकोस की बोतल लगाकर बिना एंबुलेंस के भेजा बाहर

सरकारी अस्पताल की दिखी बड़ी लापरवाही , राजधानी की सड़को पर भटकती रही माँ

Delhi(Sanjay Singh) || राजधानी दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में लापरवाही कोई नई बात नहीं है लेकिन दिल्ली सरकार के बाबू जगजीवन राम अस्पताल में लापरवाही की कई हदें पार कर दी जहां गंभीर रूप से घायल 5 साल की मासूम बच्ची को रफत किया गया लेकिन उसे एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराए बिना ही हॉस्पिटल से बाहर कर दिया गया मां एक हाथ में बच्ची और दूसरे हाथ में ग्लूकोस की बोतल लेकर पहले तो अस्पताल के बाहर ही भटकती रही और उसके बाद अस्पताल से कुछ दूरी पर ही व सड़क के किनारे आखिरकार थक कर बैठ गई और लोगों से एंबुलेंस उपलब्ध कराने की सहायता मांगने लगी|

दरअसल 5 साल की रुचि आसपास इलाके के स्वामी श्रद्धानंद कॉलोनी की रहने वाली जो कि खेलते हुए घर के जीने से नीचे गिर और उसे सर पर गंभीर चोट आई आनन-फानन में परिवार इलाज के लिए बच्ची को नजदीकी दिल्ली सरकार के बाबू जगजीवन राम अस्पताल लाया जहां उसे प्राथमिक इलाज तो दे दिया गया दूसरे अस्पताल में रेफर भी कर दिया गया लेकिन गुलुकोज़ की बोतल लगाकर बिना एंबुलेंस उपलब्ध कराएं अस्पताल से बाहर भेज दिया. जिसके बाद मां एक हाथ में अपनी मासूम घायल बच्ची को लेकर तो दूसरे हाथ में ग्लूकोस की बोतल लेकर अस्पताल के आसपास में भटकने लगी और एंबुलेंस की तलाश कर रही थी काफी देर तक एंबुलेंस नहीं मिली तो वह कुछ ही दूरी पर जाकर थक कर बैठ गई जिसके बाद इलाके के ही कुछ समाजसेवी द्वारा उसकी सहायता की गई और एंबुलेंस उपलब्ध कराकर उसे अस्पताल भेजा गय.

जहां एक तरफ दिल्ली सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने की बात करती है अन्य राज्यों में भी दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं का उदाहरण दिया जाता है वही दिल्ली सरकार के ही अस्पताल में एक घायल बच्ची और उसकी पीड़ित मां को बिना एंबुलेंस उपलब्ध कराएं ग्लूकोस की बोतल हाथ में लेकर अस्पताल से बाहर भेज दिया जाता है जो ऐसे तमाम दावों की पोल खोल कर रख देती है फिलहाल बच्ची को इलाज के लिए दूसरे अस्पताल भेज दिया गया अब सवाल यह होता है कि जो भी व्यक्ति इस लापरवाही के लिए दोषी है उसके खिलाफ कोई कार्रवाई की जाएगी या फिर इतनी बड़ी लापरवाही को भी अनदेखा किया जाएगा.