पुष्पा गोयल ने शुरू की अनोखी पहल महिलाओं और बुज़ुर्गों को मिलेगा इसका लाभ

पुष्पा गोयल ने जींद वासियों के लिए शुरू की अनोखी पहल स्कूली छात्राओं महिलाओं और बुजुर्गों के लिए नि:शुल्क ऑटो सेव

पुष्पा गोयल ने शुरू की अनोखी पहल महिलाओं और बुज़ुर्गों को मिलेगा इसका लाभ

Jind (PARMJEET PAWAR) : पुष्पा गोयल ने जींद वासियों के लिए अनोखी पहल शुरू की है। स्कूली छात्राओं, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए निशुल्क ऑटो सेवा शुरू की गई है। इनके लिए शहर में कईं फ्री ऑटो शुरू किए गए हैं। ये ऑटो शहर के हर कोने में एक स्थान से दूसरे स्थान तक मुफ्त सफर करवाएंगे। खास बात यह होगी कि इन ऑटो को महिलाएं ही चलाएंगी। इससे महिला सशक्तिकरण का संदेश भी दिया जा रहा है।इंटरनेशनल वेलफेयर सोसायटी जींद की अध्यक्षा एवं प्रमुख समाजसेवी पुष्पा गोयल ने जींद विकास संगठन के अध्यक्ष डॉ. राजकुमार गोयल की अध्यक्षता में हरी झंडी दिखाकर ऑटो को रवाना किया।

इस अवसर पर पुष्पा गोयल ने कहा कि जींद का नया बस स्टैंड दूर होने के कारण महिलाओं व बुजुर्गों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा इस गर्मी के मौसम में बुजुर्गों को अस्पतालों तक आने में दिक्कत होती है। इसे देखते हुए इस फ्री सेवा की शुरुआत की गई है। ये ऑटो छात्राओं, महिलाओं व बुजुर्गों को पूरे शहर में मुफ्त सफर करवाएंगे। इन ऑटो को महिलाएं चलाएंगी। इससे सफर करने वाली महिलाओं को अतिरिक्त सुरक्षा का अहसास रहेगा।प्रमुख समाजसेवी डॉ. राजकुमार गोयल ने कहा कि यह ऑटो सेवा छात्राओं, महिलाओं व बुजुर्गों के लिए सार्थक साबित हेागी। उन्होंने कहा कि हमें समय-समय पर इस प्रकार के सामाजिक कार्य करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीन्द विकास संगठन भी लंबे समय से समाज के कार्य कर रहा है। लगातार शहर की प्रमुख समस्याओं को रेखांकित किया जा रहा है जिनका समाधान करवाने का लगातार प्रयास किया जा रहा है।

ऑटो चलाने वाली राज रानी ने कहा कि पुष्पा गोयल की इस पहल से न केवल महिलाओं व बुजुर्गों को मुफ्त सफर की सुविधा मिलेगी बल्कि हमारी गृहस्थी को भी सहारा मिलेगा। महिला ने बताया कि पति की मौत के बाद उसने छोटे-मोटे काम करके व ऑटो चलाकर चार बच्चों को पाला और तीन बेटियों की शादी की। अब पुष्पा गोयल ने महिला ऑटो चालकों को रोजगार देकर उनका आत्मविश्वास बढ़ाया है। इसी तरह शहर के बुद्धिजीवी वर्ग का हमें सहारा मिलता रहा तो हम भी अपनी गृहस्थी को अच्छे से चला पाएंगी और अन्य महिलाएं भी ऑटो चलाने के लिए आगे आएंगी।