अब किसानों को फसल बेचने के लिए टोकन के अलावा गेट पास के लिए भी लगना होगा लाइन में

अनाज मंडी में सरकारी रेट पर अपनी फसलों को बेचने पहुंचे किसानों को कभी गेट पास तो कभी टोकन के लिए काफी दौड़-धूप करनी पड़ रही है। हालात ऐसे हैं कि किसानों को अपने वाहनों के साथ कई किलोमीटर की दूरी लाइनों में तय करनी पड़ रही है। वहीं गेट पास व टोकन के लिए भी अलग-अलग लाइनों में लगकर मंडी में एंट्री करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। किसानों ने अपना दर्द बयां करते हुए मंडी में खरीद प्रक्रिया को लेकर अधिकारियों पर भी कई आरोप लगाए। वहीं अनाजमंडी में धीमा उठान के चलते किसानों को फसल डालने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है।

चरखी दादरी। अनाज मंडी में सरकारी रेट पर अपनी फसलों को बेचने पहुंचे किसानों को कभी गेट पास तो कभी टोकन के लिए काफी दौड़-धूप करनी पड़ रही है। हालात ऐसे हैं कि किसानों को अपने वाहनों के साथ कई किलोमीटर की दूरी लाइनों में तय करनी पड़ रही है। वहीं गेट पास व टोकन के लिए भी अलग-अलग लाइनों में लगकर मंडी में एंट्री करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। किसानों ने अपना दर्द बयां करते हुए मंडी में खरीद प्रक्रिया को लेकर अधिकारियों पर भी कई आरोप लगाए। वहीं अनाजमंडी में धीमा उठान के चलते किसानों को फसल डालने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है।

बता दें कि दादरी की अनाजमंडी में अब तक लाखों क्विंटल सरसों व गेहूं की आवक हो चुकी है। बावजूद इसके उठान धीमा होने के कारण पूरी मंडी सरसों के साथ गेहूं की ढेरियों से अटी पड़ी है। ऐसे में किसानों व आढतियों को काफी परेशानियां हो रही हैं। मंडी में अपनी फसल लेकर पहुंचे किसान महा सिंह, राजबीर, करतान सिंह व पवन इत्यादि ने बताया कि मंडी में खरीद प्रक्रिया में किसान उलझे रहते हैं। अल सुबह से लाइनों में लगने के बाद उनकी नंबर आता है तो पहले गेट पास के लिए मारामारी करने पर मजबूर हैं। किसी तरह गेट पास मिल भी गया तो टोकन के लिए दौड़-धूप करनी पड़ेगी। किसानों ने कहा कि दादरी की अनाज मंडी का जो बुरा हाल है वो हरियाणा की मंडियों में कहीं नहीं है। तीन-तीन घंटे लाइन में लगने के बाद भी वे अपनी फसल नहीं बेच पा रहे हैं। किसानों ने चहेतों को गेट पास दे वाहनों की मंडी में एंट्री करवाने के भी आरोप लगाये। साथ ही मंडी अधिकारियों के दावों पर किसान आग बबूला हुए और कई गंभीर आरोप भी लगाये। वहीं मार्केट कमेटी के सचिव उमेश दांगी ने कहा कि खरीद को लेकर पूरी व्यवस्था की गई है। अगर बैकडोर या चेहतों के वाहनों की एंट्री की शिकायत आएगी तो तुरंत कार्रवाई करेंगे।