रोहतक के सिंहपुरा में सरकार ने दिए 11 मकान गिराने के आदेश |

सिंह पुरा गांव में अवैध निर्माण तोड़ने को लेकर पुलिस और ग्रामीण आमने सामने आ गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि किसी भी सूरत में अवैध निर्माण नहीं तोड़ने दिए जाएंगे तो वहीं प्रशासन भी इस अवैध निर्माण को तोड़ने की तैयारी में लग गई है।

रोहतक के  सिंहपुरा में सरकार ने दिए 11 मकान गिराने के आदेश |

Delhi || Abhay || सिंह पुरा गांव में अवैध निर्माण तोड़ने को लेकर पुलिस और ग्रामीण आमने सामने आ गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि किसी भी सूरत में अवैध निर्माण नहीं तोड़ने दिए जाएंगे तो वहीं प्रशासन भी इस अवैध निर्माण को तोड़ने की तैयारी में लग गई है। दरअसल रोहतक जिले के सिंहपुरा गांव में  50 साल पहले 11 ऐसे अवैध निर्माण बने हुए हैं जिन को तोड़ने के आदेश कोर्ट द्वारा दिए गए हैं। उसी को लेकर आज प्रशासनिक अधिकारी इन मकानों को तोड़ने के लिए जा रहे थे तभी ग्रामीणों को भनक लगी और ग्रामीण व प्रशासन आमने-सामने आ गए तनाव बढ़ गया।हालातो को देखते हुए फिलहाल अवैध निर्माण को तोड़ने का काम रोक दिया है।

रोहतक जिले के सिंह पुरा गांव में अवैध निर्माण गिराने के लिए प्रशासन और ग्रामीणों के बीच में तनाव हो गया जिसके बाद ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। जानकारी के अनुसार रोहतक जिले के सिंह पुरा गांव में 50 साल पहले बने अवैध जमीन पर निर्माण को गिराने के लिए आज प्रशासन को सिंह पुरा गांव में जाना था इसको लेकर ग्रामीणों को भनक लगी तो ग्रामीण वहां पर इकट्ठा हो गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। ग्रामीणों का कहना है कि इन मकानों को गिराने के लिए प्रशासन को उनकी लाश पर से गुजरना होगा जबकि प्रशासन को हाईकोर्ट का नोटिस मिला है कि अवैध रूप से हुए निर्माण को डहाया जाए। वही गांव के सरपंच प्रमोद कुमार का कहना है कि किसी भी कीमत पर मकानों को नहीं तोड़ने दिया जाएगा जबकि आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिंद भी मौके पर पहुंचे उन्होंने भी कहा कि सरकार बेवजह गरीबों को परेशान कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार जगह जगह पर हो रहे अवैध कब्जों को क्यों नहीं गिरा रही जबकि गरीबों को केवल परेशान करने का काम कर रही है। वही मौके पर पहुंची पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि ग्रामीण यहां पर इकट्ठा हुए हैं शांति बनाए रखने के लिए वह यहां पर पहुंचे हैं। हालांकि उन्होंने यह भी माना कि उन्हें आज अवैध निर्माण तोड़ने के सूचना अधिकारियों द्वारा मिली थी बहराल मौके की नजाकत को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारी मकान तोड़ने के लिए नहीं पहुंचे।