फास्ट फूड की दुकान बताकर खोल दिया गांव में शराब का ठेका, भड़के ग्रामीण

जाम लगा रहे ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव के बीच में शराब का ठेका खोला जा रहा है। जहां ठेका खोला जा रहा है वहां समीप ही स्कूल व मंदिर हैं इसके अलावा स्कूल, कॉलेज जाने वाली छात्राएं भी यहीं से जाती है इसलिए यदि यहां शराब का ठेका खोला गया तो वहां असामाजिक तत्वों व नशेड़ियों का जमावड़ा रहेगा। जिससे छात्राओं में सुरक्षा को लेकर डर का माहौल रहेगा।

चरखी दादरी || जिला के गांव मांढी केहर के बीचों-बीच फास्ट फूड की दुकान बताकर शराब का ठेका खोलने से भड़के ग्रामीणों ने रोष जताते हुए दादरी-लोहारू एनएच 334बी पर अवरोध डालने हुए रोड जाम कर दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने सरपंच अशोक की अगुवाई में प्रदर्शन करते हुए आला अधिकारियों को अवगत करवाने के बाद भी समाधान नहीं करने का आरोप लगाया। साथ ही चेतावनी दी कि जल्द समाधान नहीं हुआ तो ग्रामीण रोड पर बैठकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ जाएंगे। हालांकि बाद में पुलिस व संबंधित विभाग के अधिकारियों ने आश्वासन देते हुए जाम खुलवाया।

गांव मांढी केहर के ग्रामीण बस स्टैंड पर एकजुट हुए और महिलाओं की अगुवाई में रोष मीटिंग करते हुए गांव के बीचों-बीच खुले शराब ठेका का विरोध किया। जाम लगा रहे ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव के बीच में शराब का ठेका खोला जा रहा है। जहां ठेका खोला जा रहा है वहां समीप ही स्कूल व मंदिर हैं इसके अलावा स्कूल, कॉलेज जाने वाली छात्राएं भी यहीं से जाती है इसलिए यदि यहां शराब का ठेका खोला गया तो वहां असामाजिक तत्वों व नशेड़ियों का जमावड़ा रहेगा। जिससे छात्राओं में सुरक्षा को लेकर डर का माहौल रहेगा। सरपंच अशोक कुमार, कमला देवी, नीप्पल, सलोचना, शिवकुमार, विनोद व संदीप इत्यादि ने बताया कि जब वहां दुकान बनाई जा रही थी तो उन्हें शराब ठेके का अंदेशा हुआ तो उन्होंने संबंधित व्यक्ति से इसके बारे में पूछा तो उसने कहा कि वह फास्ट फूड की दुकान खोलेगा। लेकिन बुधवार को एकाएक उसने वहां पर फ्रीज व शराब की पेटियां लाकर रख दी। ग्रामीणों ने कहा कि वे गांव के अंदर किसी भी सूरत में शराब का ठेका नहीं खोलने देंगे।

वहीं जाम लगने के कारण रोड के दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइनें लग गई थी। गर्मी के मौसम में वाहन चालकों व यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सूचना मिलते ही बाढ़ड़ा एसएचओ संदीप, सहायक एसएचओ राजकुमार टीम सहित मौके पर पहुंचे और अधिकारियों से फोन पर बात करवाते हुए ग्रामीणों को समझाबुझाकर शांत करवाया और जाम खुलवाया। इस दौरान ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि समाधान नहीं हुआ तो बड़ा आंदोलन करेंगे।