गुरुग्राम जिले में तीन लोग पाए गए डेंगू संक्रमित

जिले में तीन लोग डेंगू संक्रमित पाए गए हैं। इनमें दो केस वजीराबाद पीएचसी क्षेत्र के अंतर्गत हैं जबकि एक केस गांधी नगर एरिया में है। इन सभी का इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो डेंगू के डंक से शहरवासियों को बचाने के लिए तैयारी हर स्तर पर पूरी है। अस्पतालों को डेंगू वार्ड बनाए जाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसके साथ ही डेंगू टेस्ट के रेट निर्धारित किए जाने के साथ ही सिंगल डोनर प्लेटलेट्स के भी रेट निर्धारित किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों की पालना न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

जिले में तीन लोग डेंगू संक्रमित पाए गए हैं। इनमें दो केस वजीराबाद पीएचसी क्षेत्र के अंतर्गत हैं जबकि एक केस गांधी नगर एरिया में है। इन सभी का इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो डेंगू के डंक से शहरवासियों को बचाने के लिए तैयारी हर स्तर पर पूरी है। अस्पतालों को डेंगू वार्ड बनाए जाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसके साथ ही डेंगू टेस्ट के रेट निर्धारित किए जाने के साथ ही सिंगल डोनर प्लेटलेट्स के भी रेट निर्धारित किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों की पालना न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव की मानें तो डेंगू को लेकर विभाग पूरी तरह से सक्रिय है। पहले से ही जिले में सर्वे शुरू कर दिया गया है। 100 से ज्यादा टीमों ने अब तक साढ़े चार लाख घरों में डेंगू लार्वा की जांच की है। जांच के दौरान 431 घरों में लार्वा मिलने पर नोटिस जारी किया है। 400 से ज्यादा संदिग्धों की जांच की गई है। इसके अलावा तीन महीने के लिए विभाग में ब्रीडिंग चेकर्स की नियुक्ति करने का भी कार्य शुरू कर दिया गया है।

सिविल सर्जन की मानें तो डेंगू का मच्छर देर शाम से लेकर अल सुबह तक सक्रिय रहता है। ऐसे में बचाव जरूरी है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह डेंगू के डंक से बचने के लिए पूरी बाजू के कपड़े पहने। शॉट्स पहनने की बजाय पेंट अथवा टाउजर डालें ताकि शरीर पूरी तरह से ढका रहे और मच्छर को काटने का मौका न मिल सके। उन्होंने कहा कि इस बार डेंगू से बचने के लिए बिल्डरों को भी आड़े हाथ लेने की तैयारी की जा रही है। जिन स्थानों पर बिल्डरों द्वारा गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया है वहां आने वाले मानसून के समय में बरसात का पानी भरकर मच्छर पनपने की संभावना है। ऐसे में उन्होंने बिल्डर  को भी हिदायत दी है कि वह गड्ढों को बंद कर दें ताकि पानी एकत्र न हो सके। यदि कहीं एकत्र पानी में मच्छर का लार्वा मिलता है तो इस बार नोटिस देने के साथ ही जुर्माना लगाए जाने की भी कार्रवाई की जा सकती है।