नई शिक्षा नीति के आएंगे सकारात्मक परिणाम, टेक्नोलॉजी शिक्षा काे भी मिले बढ़ावा : राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय

बच्चों को नई शिक्षा तकनीक, नवाचार सीखने चाहिए। शिक्षा के साथ-साथ परिवार में संस्कार भी बहुत जरूरी है। संस्कारों के बिना शिक्षा का कोई औचित्य नहीं है। राज्यपाल ने संस्कारम संस्था की सराहना करते हुए स्कूल संचालक महिपाल यादव व टीनू फौगाट को आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाने की सलाह दी और कहा कि कम से कम दस प्रतिशत गरीब बच्चों को फ्री पढ़ाया जाना चाहिए।

चरखी दादरी ||  हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2020 में देश को जो नई शिक्षा नीति प्रदान की है, उसके सकारात्मक परिणाम भविष्य में हमारे सामने आएंगे। खासतौर से हमारी युवा पीढ़ी को इस रोजगारोन्मुखी शिक्षा नीति का अवश्य लाभ होगा। उन्होंने टेक्नोलॉजी शिक्षा काे बढ़ावा देने के साथ प्रदेश के युवाओं को मेहनत और ज्ञान की सीख भी दी।

राज्यपाल मंगलवार को गांव चरखी में संस्कारम स्कूल के शुभारंभ व शिक्षा सुधार गोष्ठी कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों मंे उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले युवाओं व विद्यार्थियों को भी संबोधित किया। राज्यपाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा से हम अपने परिवार और समाज की गरीबी को दूर कर सकते हैं। बच्चों को नई शिक्षा तकनीक, नवाचार सीखने चाहिए। शिक्षा के साथ-साथ परिवार में संस्कार भी बहुत जरूरी है। संस्कारों के बिना शिक्षा का कोई औचित्य नहीं है। राज्यपाल ने संस्कारम संस्था की सराहना करते हुए स्कूल संचालक महिपाल यादव व टीनू फौगाट को आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाने की सलाह दी और कहा कि कम से कम दस प्रतिशत गरीब बच्चों को फ्री पढ़ाया जाना चाहिए।

वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि हमारे मेहनतकश युवाओं की योग्यता को विकसित देशों में पहचाना जाएगा तो प्रदेश की तस्वीर और निखर कर सामने आएगी। समारोह में बच्चों ने मनोहारी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इस दौरान सांसद एवं अस्थल बोहर गद्दी के महंत बाबा बालकनाथ, विधायक सोमबीर सांगवान सहित प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।