हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने मणिपुर घटना की निंदा की

आयोग चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हरियाणा में 180 से ज्यादा बाल विवाह के केस सामने आए हैं, जिन पर महिला आयोग ने संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की है। साथ ही उन्होंने चरखी दादरी जिला में एक वर्ष के दौरान कोई भी बाल विवाह का केस नहीं होने पर प्रशासन व अधिकारियों को बधाईयां दी।

चरखी दादरी || हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने मणिपुर घटना की निंदा करते हुए कहा कि महिलाओं की अस्मत लूटने की मणिपुर में हुई घटना से पूरा देश शर्मसार हुआ है। हालांकि राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लेते हुए ठोस कार्रवाई बारे रिपोर्ट तलब भी की है। इस तरह की हरियाणा में कोई घटना ना हो, इसके लिए हरियाणा पुलिस व महिला आयोग पुरी तरह से मुस्तैद है।

दरअसल महिला आयोग चेयरपर्सन रेनू भाटिया चरखी दादरी में महिला उत्पीड़न से संबंधित मामलों की सुनवाई करने पहुंची थी। इस दौरान उन्होंने महिला उत्पीड़न केसों की सुनवाई करते हुए दोनों पक्षों की सहमति से एकजुटता का संदेश दिया और आगामी दिनों में दो परिवारों के बीच मनमुटाव को दूर करने व परिवार की एकजुटता बारे संबंधित अधिकारियों को काउंसलिंग करवाने के निर्देश दिए। कहा कि पीड़ित महिलाओं को पूरा मान-सम्मान मिलेगा। आयोग चेयरपर्सन ने आए केसों की सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों को परिवार की एकजुटता की भी नसीहत दी।

आयोग चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हरियाणा में 180 से ज्यादा बाल विवाह के केस सामने आए हैं, जिन पर महिला आयोग ने संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की है। साथ ही उन्होंने चरखी दादरी जिला में एक वर्ष के दौरान कोई भी बाल विवाह का केस नहीं होने पर प्रशासन व अधिकारियों को बधाईयां दी। उन्होंने महिला उत्पीड़न केसों पर लगाम लगाने के लिए ग्राम पंचायतों के साथ-साथ सामाजिक संगठनों से भी सहयोग मांगा और कहा कि समाज को आगे बढ़ाने के लिए आपसी भाइचारा कायम रखें।