गुरूग्राम-साइबर सिटी के पहले एलिवेटेड फ्लाइऑवर पर सड़क धसने मामले को लेकर उपमुख्यमंत्री का बेतुका ब्यान!

गुरूग्राम || साइबर सिटी गुरुग्राम में बना पहला एलिवेटिड फ्लाईओवर पर सड़क धंसने का मामला सामने आया है। करीब 3 फीट तक सड़क में हुए गड्ढे को लेकर हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यन्त चौटाला से पूछा गया तो उन्होंने इसे मानवीय चूक की जगह प्रकतिक आपदा करार देते हुए फ्लाईओवर बनाने वालों का बचाव किया।

गुरूग्राम || साइबर सिटी गुरुग्राम में बना पहला एलिवेटिड फ्लाईओवर पर सड़क धंसने का मामला सामने आया है। करीब 3 फीट तक सड़क में हुए गड्ढे को लेकर हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यन्त चौटाला से पूछा गया तो उन्होंने इसे मानवीय चूक की जगह प्रकतिक आपदा करार देते हुए फ्लाईओवर बनाने वालों का बचाव किया। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई लीकेज रही होगी जिसके चलते सड़क में इस तरह का गड्ढा हुआ हो सकता है।  यह तो जिएमडीए ही बता सकता है कि क्या कारण रहा। वही प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत 4हजार करोड़ रुपए खर्च किए गए है। कोई भी सड़क बनने के बाद कमी आई हो।

बीते 4 साल में एनएचआईए ने दो प्रोजेक्ट कम्प्लीट किए थे। उन दोनों फ्लाईओवर में कमी आई थी। दोनों की जांच चल रही है।  बनने से पहले कमी आना सम्भाबिक है ,लेकिन बनने के बाद किसी भी प्रोजेक्ट में कोई कमी अब तक सामने नही आई है। 2500 किलोमीटर तो प्रधान मंत्री योजना के तहत सड़को का निर्माण किया जा चुका है। सभी सड़के सुरक्षति है। हरियाणा सरकार गांव-गांव तक सड़क पहुचने में जुटी हुई है। 

गैरतलब है कि सोहना रोड पर बने इस एलिवेटिड फ्लाईओवर का निर्माण वर्ष 2019 में शुरू किया गया था जो कि 2021 में पूरा हुआ। 2022 में इस फ्लाईओवर को आम जनता को समर्पित किया गया। 1944 करोड़ रुपए की लागत से बना यह एलिवेटिड फ्लाईओवर 2023 में ही छतिग्रस्त हो गया। अब यह मानवीय भूल थी या फ्लाईओवर को बनाने की जल्दबाजी ,लेकिन हरियाणा के उपमुख्यमंत्री ने इसे प्रकितिक आपदा बता निर्माण करने वाली कम्पनी को बचाना शुरू कर दिया है। जो कि आम जनता के गले नही उतर रहा है।