करनाल में 1300 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा पूर्वी बाईपास...

करनाल में 1300 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा पूर्वी बाईपास, बाईपास जीटी रोड मधुबन व कुटेल के बीच से होता हुआ कुंजपुरा के रास्ते निकले झंझाड़ी गांव में, 35 किलोमीटर परिधि का होगा पूर्वी बाईपास : मुख्यमंत्री मनोहर लाल।

करनाल में 1300 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा पूर्वी बाईपास...
करनाल (संजय रैना) || करनाल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने  नमस्ते चौंक की प्रतिमा व कर्णद्वार का किया विधिवत उद्घाटन, करनाल 1000 करोड़ रुपये से स्मार्ट सिटी के रूप में हो रहा है विकसित। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने यातायात की दृष्टिï से एक राहतभरी खुशखबरी की घोषणा करते कहा कि करनाल में पूर्वी बाईपास बनेगा। राष्टीय राजमार्ग अथॉरिटी से इसकी मंजूरी हो गई है। बाईपास की लम्बाई 35 किलोमीटर रहेगी और यह 7 मीटर चौड़ा होगा तथा इस पर 1300 करोड़ रूपये की राशि खर्च होगी। नया बाईपास जीटी रोड मधुबन व कुटेल के बीच से शुरू होकर झंझाड़ी गांव में जीटी रोड पर आकर मिलेगा, इसके आस-पास लगते सभी गांव बाईपास से जुड़ जाएंगे मुख्यमंत्री |

रविवार को शहर के दीनबंधु चौधरी छोटू राम नमस्ते चौक पर आयोजित एक कार्यक्रम में नागरिकों से रूबरू थे। उन्होंने इस अवसर पर नवनिर्मित नमस्ते प्रतिरूप का लोकार्पण और दानवीर कर्ण के नाम से भव्य स्वागत द्वार का उद्ïघाटन किया। स्वागत द्वार पर 45 लाख रूपये तथा नमस्ते की आकृति के निर्माण पर 15 लाख रूपये की राशि खर्च हुई है। मुख्यमंत्री ने बोलते हुए बताया कि अब यह स्थल मनोरम हो गया है। दानवीर कर्ण वेलकम गेट को नया बनाया गया है, जबकि नमस्ते को धरातल से 25 फुट ऊँचा कर नवस्वरूप में स्थापित किया गया है, चौधरी छोटू राम प्रतिमा स्थल का भी सौंदर्यीकरण किया गया है। इसी जगह पर एन्वायरमेंटल सेंसर एलईडी स्क्रीन भी स्थापित की गई है। इससे शहर की हवा में पीपीएम, प्रदूषण की मात्रा, तापमान और पोपूलेशन जैसे फीचर स्क्रीन पर दिखाई देते रहेंगे। नमस्ते चौक पर एन.एच. फ्लाईओवर से यह चीजे ठीक से दिखाई दें, इसके लिए एलईडी स्क्रीन का साईज 8 गुणा 8 से बढ़ाकर 12 गुणा 12 तथा ऊंचाई 50 फुट तक की जाएगी। इसी प्रकार चौधरी छोटू राम प्रतिमा को भी 24 फुट ऊंचा किया जाएगा। इसके कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने  सैक्टर 13 मेन मार्किट में आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत लोकल पर वोकल कार्यक्रम को लेकर स्वदेशी वस्तुओं की विशाल प्रदर्शनी का अवलोकन करने उपरांत उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर देश के कोने-कोने में स्वनिर्मित वस्तुओं की प्रदर्शनी लगाई जा रही है ताकि आत्मनिर्भर भारत अभियान को सफल बनाया जा सके।