रादौर में नशा तस्करों ने सब इंस्पेक्टर की तोड़ी टांग

थाना प्रभारी ने बताया कि घायल पुलिस कर्मचारी की शिकायत पर एक व्यक्ति के विरूद्ध मामला दर्ज किया गया है। जबकि घायल कर्मचारी को इलाज के लिए पीजीआई चंडीगढ़ में रैफर करवाया गया है। उन्होने कहा कि पुलिस पकड़े गए युवक की प्रॉपर्टी की भी जांच करेगी। 

रादौर || नशा तस्करों के हौंसले अब इस कदर बुलंद हो चले है कि उन्हें पुलिस का जरा भी खौफ नहीं है। दरअसल रादौर में की गई नाकाबंदी के दौरान नशा तस्कर ने एक पुलिस कर्मचारी को अपनी स्कूटी से जोरदार टक्कर मार दी। जिसमें एक सब इंस्पेक्टर बुरी तरह से घायल हो गया। उसके बाद पुलिस टीम ने टक्कर मारने वाले नशा तस्कर अनिल कुमार को दबोच लिया। हालांकि उसका दूसरा साथी फरार हो गया। पकड़े गए नशा तस्कर के कब्जे से पुलिस ने नशीला पदार्थ भी बरामद किया है। पकड़ा गया अनिल कुमार छोटाबांस का रहने वाला है जिस पर पहले भी नशीले पदार्थ बेचने के आरोप में मामला दर्ज है। वही टक्कर लगने से घायल सब इंस्पेक्टर नरसिंह को इलाज के लिए यमुनानगर ले जाया गया, लेकिन हालत गंभीर होने पर उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।  

थाना प्रभारी कमलजीत सिंह का कहना है सोमवार की दोपहर को सब इंस्पेक्टर नरसिंह गश्त के दौरान पुलिस टीम के साथ अस्पताल रोड पर थे। इसी दौरान उन्होंने स्कूटी पर सवार युवको को रोकने का इशारा किया लेकिन वह नहीं रुके। तब पुलिस कर्मचारियों ने हिम्मत करते हुए खुद उनकी स्कूटी को रोकने का प्रयास किया तो स्कूटी सवारों ने सब इंस्पेक्टर नरसिंह को जोरदार टक्कर मार दी। स्कूटी की टक्कर से वह बुरी तरह से घायल हो गया। थाना प्रभारी ने बताया कि घायल पुलिस कर्मचारी की शिकायत पर एक व्यक्ति के विरूद्ध मामला दर्ज किया गया है। जबकि घायल कर्मचारी को इलाज के लिए पीजीआई चंडीगढ़ में रैफर करवाया गया है। उन्होने कहा कि पुलिस पकड़े गए युवक की प्रॉपर्टी की भी जांच करेगी। 

प्रदेश में नशा तस्करों व खनन माफिया द्वारा पुलिस टीमों पर हमले किये जाने के मामले गाहे-ब-गाहे सामने आते रहते है। क्या यह कहा जाए की कानून की ढीली कार्यवाही के कारण इस तरह के आरोपी आसानी से बच निकलते है, जिसके चलते ही अब इनके जहन में पुलिस का खौफ नहीं है। खैर अब देखना होगा की पुलिस इस मामले में आरोपी के खिलाफ क्या कुछ कड़ी कार्यवाही करती है और इसके दूसरे फरार साथी को कितनी जल्द पकड़ पाती है।