भाजपा प्रत्याशी सांसद धर्मबीर सिंह को ग्रामीणों ने भरी सभा में किया विरोध

भारतीय जनता पार्टी से भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा प्रत्याशी व सांसद धर्मबीर सिंह अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान गांव घिकाड़ा में पहुंचे तो ग्रामीणों ने भरी सभा के बीच उनका विरोध करना शुरू कर दिया। इसी बीच ग्रामीणों ने उनका भाषण बीच में रूकवा दिया और सांसद को घेरते हुए काफी खरी-खोटी सुनाई। विरोध के चलते भाजपा कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों के बीच हाथापाई भी हुई और सांसद पर उनके गांव में 10 साल के दौरान नहीं आने के आरोप लगाये। मौके पर सांसद के साथ भाजपा नेत्री बबीता फोगाट पूरा वाक्य देखते हुए चुप रही। वहीं ग्रामीणों ने सांसद को गद्दार कहते हुए गांव में नहीं घुसने की बात कही। एक दिन पहले भी गांव ऊण में सांसद धर्मबीर सिंह को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा था।

चरखी दादरी। भारतीय जनता पार्टी से भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा प्रत्याशी व सांसद धर्मबीर सिंह अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान गांव घिकाड़ा में पहुंचे तो ग्रामीणों ने भरी सभा के बीच उनका विरोध करना शुरू कर दिया। इसी बीच ग्रामीणों ने उनका भाषण बीच में रूकवा दिया और सांसद को घेरते हुए काफी खरी-खोटी सुनाई। विरोध के चलते भाजपा कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों के बीच हाथापाई भी हुई और सांसद पर उनके गांव में 10 साल के दौरान नहीं आने के आरोप लगाये। मौके पर सांसद के साथ भाजपा नेत्री बबीता फोगाट पूरा वाक्य देखते हुए चुप रही। वहीं ग्रामीणों ने सांसद को गद्दार कहते हुए गांव में नहीं घुसने की बात कही। एक दिन पहले भी गांव ऊण में सांसद धर्मबीर सिंह को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा था।

दरअसल भाजपा प्रत्याशी व सांसद धर्मबीर सिंह शनिवार को चरखी दादरी हलका के गांवों में जनसंपर्क अभियान के दौरान पहुंचे थे। जब वे गांव घिकाड़ा के मुख्य चौक पर पहुंचे तो ग्रामीणों ने उनका स्वागत करते हुए इशारों में जाने के लिए कहा। इसी बीच जब सांसद धर्मबीर सिंह ने अपना भाषण शुरू किया तो ग्रामीणों ने उनके भाषण को बीच में ही रोकते हुए विरोध करना शुरू कर दिया। सांसद के साथ बैठी भाजपा नेत्री बबीता फोगाट भी मौके पर मौजूद रही। विरोध को देखते हुए सांसद धर्मबीर सिंह ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। इसी दौरान ग्रामीणों ने उनको घेरते हुए काफी खरी-खोटी सुनाई और 10 साल में गांव में नहीं आने के व विकास कार्य भी नहीं करवाने के आरोप भी लगाये। भाजपा कार्यकर्ताओं व ग्रामीणो में सांसद के समक्ष हाथापाई भी हुई। ग्रामीणों ने अग्नीवीर भर्ती सहित कई आरोप लगाते हुए ऐसे नेताओं का विरोध जारी रखने की बात कही। ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए सांसद को बैरंग लौटना पड़ा। बता दें कि एक दिन पहले भी चरखी दादरी हलका के गांव ऊण में भी सांसद धर्मबीर सिंह को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा था। मौके पर मौजूद ग्रामीण राजेंद्र व रणबीर ने कहा कि ऐसे नेताओं को वे गांव में घुसने नहीं देंगे। सांसद बनने के बाद कभी गांव में नहीं आये और ना ही गांव में कोई विकास कार्य करवाये।

सांसद धर्मबीर सिंह ने ग्रामीणों के विरोध को नकारते हुए कहा कि ग्रामीणों का विरोध नहीं किसानों के समर्थन में धरने पर नहीं बैठने की बात बोल रहे थे। पार्टी लाइन से हटकर किसानों के धरने पर नहीं बैठा और ना ही बैठूंगा। वहीं उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बंसीलाल व विरेंद्र डुमरखां के परिवार की अनदेखी कर असली रूप दिखाया है। कांग्रेस प्रत्याशी राव दान सिंह सिर्फ अपना महेंद्रगढ़ विधानसभा को बचाने के लिए मैदान में आये हैं। भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा से राव दान सिंह के आने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा और वे पहले से ज्यादा वोट लेकर जीत का रिकार्ड बनाएंगे।