बवानीखेड़ा परिवहन विभाग कर्मचारी दे रहे पर्यावरण को बढ़ावा...

बवानीखेड़ा परिवहन विभाग कर्मचारियों ने अपने कर्तव्य और अपनी काबिलियत के दम पर बस स्टैंड परिसर की तस्वीर को पेड़ पौधे लगा बदल कर रख दिया है। कर्मचारी लगातार 2 साल से बस स्टैंड परिसर की शोभा बढ़ाने में लगे हुए परिसर में लगे पेड़ पौधों की दिन रात मेहनत कर देखभाल कर रहे है।

बवानीखेड़ा परिवहन विभाग कर्मचारी दे रहे पर्यावरण को बढ़ावा...
बवानीखेड़ा (सुशिल कुमार) || बवानीखेड़ा परिवहन विभाग कर्मचारियों ने अपने कर्तव्य और अपनी काबिलियत के दम पर बस स्टैंड परिसर की तस्वीर को पेड़ पौधे लगा बदल कर रख दिया है। कर्मचारी लगातार 2 साल से बस स्टैंड परिसर की शोभा बढ़ाने में लगे हुए परिसर में लगे पेड़ पौधों की दिन रात मेहनत कर देखभाल कर रहे है। ताकि पर्यावरण में सन्तुलन बना रहे और पोधारोपन को भी बढ़ावा मिल सके। बवानीखेड़ा के बस स्टैंड परिसर में 2 साल से 2  कर्मचारी ना कोई सरकारी सहायता ना कोई बढ़ावा इसके बावजूद भी कर्मचारियों की यह मेहनत फीकी नही पड़ी बल्कि पोधो की ऊँचाई को और भी बढ़ावा मिला है। परिवहन विभाग कर्मचारी राजेश कुमार की माने तो उनकी इस मेहनत के पीछे पेड़ पौधों लगाने की और लोगो को जागरूक करना और पर्यावरण का सन्तुलन बनाये रखना है। आज बवानीखेड़ा बस स्टैंड परिसर इन्ही कर्मचारियों की मेहनत से हरा भरा है जो कि किसी हरियाली भरे पार्क से कम नही है ! आसपास के क्षेत्रों के बस स्टैंड परिसर की तस्वीरों को देखे तो उनमें सबसे ज्यादा श्रेय बवानीखेड़ा बस स्टैंड परिसर की और ही जाता है। जो कि साफ सुंदरता और हरीयाली के नाम से भी जाना जाता है।

लगातार 2 साल से 2 कर्मचारी आज अपनी मेहनत से बस स्टैंड परिसर को हरा भरा बनाये हुए है जिससे कि बस स्टैंड परिसर की तस्वीर आज किसी हरियाली भरे पार्क या स्थान से कम नही है। परिवहन विभाग कर्मचारी पूरे दिन कड़ी मेहनत से पेड़ पौधों की देखभाल करते है ताकि पर्यावरण का सन्तुलन बना रहे और पेड़ पौधों की और आमजन को बढ़ावा मिल सके ! उनका मानना है कि आज बीमारियों और महामारी के फैलाव को पेड़ पौधे लगाकर ही कम किया जा सकता पेड़ पौधे से मिलने वाली ऑक्सिजन से हमारा बीमारियों से भी बचाव बना रहता है। पिछले 2 साल से अपनी ड्यूटी के अलावा भी वह इन पेड़ पोधो की देखभाल करना भी अपना कर्तव्य समझते है। ताकि आम आदमी इस और जगरुक्त हो सके और पर्यावरण का भी सन्तुलन बना रह सके । 2 साल पहले किये गए उनके इस प्रयाश का नतीजा आज यह सामने है कि बवानीखेड़ा बस स्टैंड परिसर आसपास के क्षेत्रों में सुंदरता का प्रतीक माना गया है। यहां कर्मचारियों की इस मेहनत से बस स्टैंड परिसर मनमोहक स्थिति में बना हुआ है।  फल फूल व हरे भरे पेड़ पौधे यहां आने वाले यात्रियों के लिए भी मनमोहक बने हुए है जो कि अपने आप मे एक सुंदरता का संदेश दे रहे है। लेकिन परिवहन कर्मचारियों की इस मेहनत का आज तक किसी भी विभागीय अधिकारी ने कोई जायजा नही लिया ना ही कोई सहायता इस बढ़ावे के लिए दी गयी ! यहां उपस्थित कर्मचारी राजेश गोयत व अजमेर सिंह की यह मेहनत आज इस बस स्टैंड परिसर की शोभा को बढ़ावा दे रही है और आसपास के बस स्टैंड परिसरों में चर्चा का विषय बनी हुई है।