शंभू बॉर्डर पर सुबह और शाम के हालत।

किसान पिछले 2 दिन से शंभू बॉर्डर पर डटे हैं,किसानों का आवाहन है की उन्हें दिल्ली कूच करना है लेकिन हरियाणा प्रशासन उनके रास्ते में मजबूत दीवार की तरह खड़ा है।किसानों को रोकने के लिए जहा सड़क पर ही कंक्रीट की दीवार चीन दी गई है वही दिन भर हजारों आंसू गैस के गोले

किसान पिछले 2 दिन से शंभू बॉर्डर पर डटे हैं,किसानों का आवाहन है की उन्हें दिल्ली कूच करना है लेकिन हरियाणा प्रशासन उनके रास्ते में मजबूत दीवार की तरह खड़ा है।किसानों को रोकने के लिए जहा सड़क पर ही कंक्रीट की दीवार चीन दी गई है वही दिन भर हजारों आंसू गैस के गोले , रबड़ की गोलियां किसानों पर दागी जा रही है।लेकिन किसान भी दिन भर पुलिस की इस करवाई का जवाब दे रहे है किसानों ने है वो नुखसा निकाला है जो किसानों को पुलिस की इस करवाई से बचाएं।चाहे पतंग से ड्रोन का सामना करने की बात हो या फिर खेती में इस्तमाल ओजारो से खुद को बचाना है ।प्रशासन और किसानों के बीच यह कसमकस दिन भर चलती है जिस कारण शंभू दिन भर युद्ध क्षेत्र सा बना रहता है और सूरज को किरणों के साथ यहां भी युद्ध विराम लग जाता है ।जिसके बाद थके किसान जहा जगह मिलती है वही लेट जाते है सड़के बैडरूम का रूप ले लेती है।कुछ किसान रात भर जाग कर नजर रखे होते है ,और सुबह चाय की चुस्की के साथ फिर से प्रशासन के साथ लोहा लेने को तैयार।यही हालत शंभू पर पिछले दो दिन से नजर आ रहे है।