"आज मैं जो कुछ भी हूं वह सब बीडी स्कूल का दिया हुआ है" : गृह मंत्री अनिल विज

हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि “आज मैं जो कुछ भी हूं वह सब बीडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल का दिया हुआ है, यहां उच्च स्तर की शिक्षा बच्चों को दी जाती है और आदमियों को इंसान बनाया जाता है”।

"आज मैं जो कुछ भी हूं वह सब बीडी स्कूल का दिया हुआ है" : गृह मंत्री अनिल विज

|| Ambala || Aditya Kumar || हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि “आज मैं जो कुछ भी हूं वह सब बीडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल का दिया हुआ है, यहां उच्च स्तर की शिक्षा बच्चों को दी जाती है और आदमियों को इंसान बनाया जाता है”।

बीडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल पहुंचे अनिल विज

श्री विज ने यह बात रविवार शाम अंबाला छावनी के बीडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के वार्षिक पारितोषिक वितरण एवं सांस्कृतिक समारोह में बतौर मुख्यअतिथि बोलते हुए कही। इसी स्कूल से गृह मंत्री अनिल विज ने स्कूली शिक्षा ग्रहण की थी और कार्यक्रम के दौरान उन्होंने अपने छात्र जीवन की यादों को मंच से ही सांझा किया। उन्होंने बताया कि स्कूल में उनके अलावा उनके दोनों भाई श्री राजिंद्र विज व श्री कपिल विज ने भी शिक्षा ग्रहण की थी। यह उच्च स्तर का स्कूल है। 

अनिल विज ने स्कूल को दिए 25 लाख की राशि

इस अवसर पर गृह मंत्री अनिल विज ने स्कूल प्रबंधन समिति को स्कूल की मरम्मत एवं अन्य कार्यों के लिए अपने कोष से 25 लाख रुपए देने की घोषणा की, साथ ही विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाली सभी विद्यार्थियों की प्रशंसा करते हुए टीमों को प्रोत्साहन स्वरूप 21-21 हजार रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में अव्वल आने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया।

स्कूल प्रबंधन समिति की ओर से गृह मंत्री अनिल विज को स्मृति चिन्ह एवं शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर स्कूल के प्राचार्य आनंद कंसल, प्रबंधक समिति के अध्यक्ष उमेश, बनारसी दास ट्रस्ट से कपिल प्रकाश, अजय अग्रवाल, एडवोकेट दिलीप मित्तल, जसवंत जैन, कपिल विज, संजीव वालिया, भाजपा नेता राजीव डिम्पल, सुरेंद्र तिवारी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज को याद आया बचपन

गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि आज इस स्कूल के प्रांगण में आकर उन्हें आनंद की अनुभूति हो रही है। उनके सामने 1962-63 का स्कूल सामने आ रहा है जब वह यहां आए थे। स्कूल में प्राचार्य दौलतराम एवं अन्य अध्यापकों के कमरों को देख रहे थे। उन्हें एक बात काफी देर बाद समझ में आई कि जब वह बाहर से स्कूल में आते थे तो रास्ते से शरातें करते हुए आते थे, मगर स्कूल के गेट में दाखिल होते ही एक अलग से अनुभूति होती थी। इस स्कूल का अनुशासन, संस्कृति, संस्कार एवं पढ़ाई का ऊंचा स्तर था जिसकी स्कूल गेट से दाखिल होते ही अनुभूति होती थी।

गृह मंत्री अनिल विज ने स्कूल जीवन की यादों में खोते हुए बताया कि वह तीनों भाई इसी स्कूल में पढ़े हैं। उनके अलावा उनके छोटे भाई राजिंद्र विज और कपिल विज ने भी यहीं से शिक्षा ग्रहण की। राजिंद्र विज काफी होशियार थे जिनका नाम स्कूल के बोर्ड में लगता था और वह स्कूल के टॉप छात्रों में गिने जाते थे। उन्होंने यह भी बताया कि स्कूल में काफी सख्त अनुशासन था। वह रेलवे कालोनी से आते थे और स्कूल में रेलवे कालोनी वाले बदनाम थे। स्कूल में कोई घटना हो जाए तो प्रिंसिपल दौलत राम सारी कक्षाओं के रेलवे कालोनी के छात्र बुलाकर दो-दो डंटे लगा देते थे। उन्हें आज स्कूल के वह अध्यापक याद आए जिनसे पढ़कर उन्होंने शिक्षा ग्रहण की। उन्होने कहा यह स्कूल आगे बढ़े इसकी मैं कामना करता हूं।