अंबाला कैंट पिछले साल आई टांगरी नदी में का डर अभी तक लोगों के मन में है !

[ankur kapoor,ambala] अंबाला कैंट टांगरी नदी में हुए अतिक्रमण का मुद्दा गहराने लगा है ! आज इसको लेकर स्थानीय लोगों द्वारा एक वेलफेयर एसोसिएशन का गठन किया गया ! इस संस्था के माध्यम से आज अंबाला कैंट के आजाद नगर में एक स्थानीय लोगों की मीटिंग रखी गई जिसमे सैंकड़ों की संख्या में पुरुष और महिलाएं भी शामिल हुई ! इस मीटिंग में बाढ़ से बचाव के लिए बात रखी गई और प्रशासन को कैसे जगाना है इस मुद्दे पर भी बात की गई ! पिछले साल टांगरी नदी में आई बाढ़ से आसपास के इलाके के लोगों का काफी नुकसान हुआ था जिसका डर अभी तक लोगों के मन में है ! टांगरी नदी के पुल के पास हुए अतिक्रमण से लोगों में काफी नाराजगी दिखाई दे रही है ! आज की मीटिंग का मुख्य मकसद टांगरी नदी के आसपास के इलाकों को बाढ़ से बचाने का था ! वहीं कहा ये भी जा रहा था कि कुछ लोग जिनकी जमीन बांध में आ रही है वो बांध नहीं बनने दे रहे लेकिन हमारे चैनल के सामने उन्होंने सारी बात बताई !

 अंबाला कैंट पिछले साल आई टांगरी नदी में का डर अभी तक लोगों के मन में है ! बता दे कि जिस प्रकार से पिछले साल टांगरी नदी में बाढ़ आई थी उसके कारण साथ लगती कॉलोनियों में 6 से लेकर 10 फीट पानी भर गया था और इस बढ़ में लोगों का करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ था ! पिछले साल की बाढ़ का डर अभी भी लोग भूले नहीं ! हालांकि पूर्व गृह मंत्री ने टांगरी नदी का निरक्षण भी किया था और इसके लिए पक्का बांध बनाने का वादा भी किया था ! अनिल विज ने इस और पक्का बांध भी बनवाने के लिए राशि भी मंजूर करवा दी थी लेकिन अभी तक भी इस बांध का काम शुरू नही हुआ था ! वहीं अबकी बार टांगरी नदी के पुल के पास लोगों द्वारा अतिक्रमण भी कर लिया गया जिससे पानी के बहाव में बाधा आएगी ! इस अतिक्रमण के खिलाफ लोगों ने प्रदर्शन भी किया था ! लेकिन खबर दिखाए जाने के बाद अतिक्रम मालिक द्वारा लोहे से बने सेड को हटा लिया गया था ! लेकिन अभी टांगरी में से मलवे को नहीं हटाया गया ! बाढ़ से बचाव और अतिक्रमण के खिलाफ आज स्थानीय लोगों द्वारा एक मीटिंग रखी गई और इस मीटिंग में बाढ़ से बचाव और अतिक्रमण हटवाने के लिए बात हुई ! इसके लिए स्थानीय लोगों ने सिटीजन ऑफ राइजिंग इंडिया के नाम से संस्था भी बनाई गई ! इस मीटिंग में लोगों ने अपने अपने विचार रखे ! इस मौके पर इस वेलफेयर सोसायटी द्वारा आगे की लड़ाई लड़ने की बात कही गई ! 
वहीं बांध को लेकर ऐसी भी खबरें आ रही थीं की जिन लोगों की जमीन बांध में आ रही है वो लोग बांध नहीं बनने दे रहे लेकिन हमारे चैनल से बात करते हुए उन्होंने नहरी एवम सिंचाई विभाग पर ही सवाल उठाए! उनका कहां है कि सिंचाई विभाग बांध को सीधा न लेजाकर बल्कि गांव की तरफ मोड़ रहा है जिससे उनकी सारी जमीन खराब हो रही है ! उन्होंने कहा कि अगर हमारी सारी जमीन खराब हो जायेगी तो फिर हम कहां जायेंगे ! वहीं उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारी जमीन लेती भी है तो फिर उचित मुआवजा दिया जाए ताकि हम दूसरी जगह अपनी जमीन ले सकें !