आईपीएस अधिकारी विक्रम कपूर ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्या, ब्लैकमेल किए जाने से थे परेशान, सुसाइड नोट से हुआ खुलासा...

दिल्ली से सटे फरीदाबाद में एक सनसनीखेज वारदात सामने आई हैं । एक आईपीएस रैंक के अधिकारी ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली गौरतलब है कि आईपीएस अधिकारी विक्रम कपूर जोकि डीसीपी एनआईटी फरीदाबाद थे उन्होंने आज अपने सरकारी आवास सेक्टर 30 में अपनी सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली।

आईपीएस अधिकारी विक्रम कपूर ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्या, ब्लैकमेल किए जाने से थे परेशान, सुसाइड नोट से हुआ खुलासा...

घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने जब मौके से साक्ष्य जुटाए तो उनकी जेब से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ जिसमें उन्होंने अपनी मौत का जिम्मेदार भूपानी थाना एसएचओ अब्दुल शहीद व एक अन्य युवक का नाम लिखा है और लिखा है कि वह उन्हें ब्लैकमेल कर रहे थे जिसके चलते उन्होंने मौत को गले लगा लिया। फिलहाल पुलिस ने SHO अब्दुल शहीद को हिरासत में ले लिया है और आगे की कार्रवाई जुट गई है। 

यह तस्वीर फरीदाबाद के एनआईटी डीसीपी विक्रम कपूर की है बता दें कि विक्रम कपूर ने आज लगभग सुबह 6:00 बजे अपने सरकारी आवास सेक्टर 30 में अपनी सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गौरतलब है कि सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने जब मौके से सबूत जुटाए तो उनकी जेब से एक सुसाइड नोट पुलिस को मिला जिसमें उन्होंने थाना भूपानी एसएचओ अब्दुल शहीद व अन्य एक युवक का नाम लिखा है पुलिस के मुताबिक वह दोनों डीसीपी विक्रम कपूर को एक केस के मामले में ब्लैकमेल कर रहे थे और डीसीपी विक्रम कपूर उसी केस को लेकर काफी डिप्रेशन में थे ।

वही इस घटना के बाद परिजनों का रो - रो कर बुरा हाल है तो घटना की जानकारी मिलने के बाद उनके साथ काम करने वाले पूर्व में डीसीपी रहे दर्शन लाल मलिक ने बताया कि वो 1983 में एएसआई के पद पर पुलिस में भर्ती हुए थे और उन्होंने कई पदों पर रहते हुए पुलिस में अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई थी ।

वह बहुत ही भले और अच्छे इंसान थे । वही उनके गुरु भाई ने बताया कि वह उनसे हर महीने एक धार्मिक स्थल पर मिलते रहते थे विक्रम कपूर बहुत ही सरल और नरम स्वभाव के व्यक्ति थे उन्हें नहीं लगा कि कभी वह ऐसा कर लेंगे। उन्होने कभी उनके चेहरे पर कोई डिप्रेशन नहीं दिखा।