पुलिस कस्टडी में युवक की मौत, परिजनों का पुलिस पर थर्ड डिग्री देने का लगाया आरोप

हिसार पुलिस के इंस्पेक्टर पवन पूछताछ के लिए हरपाल को हिसार ले गए उसके बाद हरपाल की तबीयत अचानक खराब हो गई और उसे रोहतक पीजीआई में भर्ती कराया गया। जिसकी कल रात इलाज के दौरान मौत हो गई। हरपाल की मौत की खबर सुनकर परिजनों ने रोहतक पीजीआई में जमकर हंगामा किया और शव को लेने से इनकार कर दिया।

रोहतक || नशे की तस्करी करने वाले आरोपी की पुलिस कस्टडी में रिमांड के दौरान तबीयत खराब होने के चलते पीजीआई में इलाज के दौरान मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया है। परिजन पिछले दो दिनों से पीजीआई में ही धरने पर बैठे हुए हैं। परिजनों का आरोप है कि मृतक को पुलिस ने थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया है जिसके कारण उसकी मौत हुई है। अब परिजनों का कहना है की पुलिस कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज होने तक वह धरने पर बैठे रहेंगे, यही नहीं परिजनों ने शव लेने से भी इंकार कर दिया है। फतेहाबाद जिले के नाडोडी गांव के  हरपाल सिंह की कल पीजीआई में मौत हो गई थी।

हरपाल सिंह को हिसार नारकोटिक विभाग की टीम ने 1 जुलाई को नशीले पदार्थों की तस्करी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। पुलिस ने अदालत से 8 दिन का पुलिस रिमांड लिया गया लेकिन हिसार पुलिस ने एक केस में रोहतक पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं कुछ दिन बाद हिसार पुलिस के इंस्पेक्टर पवन पूछताछ के लिए हरपाल को हिसार ले गए उसके बाद हरपाल की तबीयत अचानक खराब हो गई और उसे रोहतक पीजीआई में भर्ती कराया गया। जिसकी कल रात इलाज के दौरान मौत हो गई। हरपाल की मौत की खबर सुनकर परिजनों ने रोहतक पीजीआई में जमकर हंगामा किया और शव को लेने से इनकार कर दिया। वहीं परिजनों का आरोप है कि हरपाल पुलिस कस्टडी में रिमांड के दौरान मौत हुई है क्योंकि हरपाल सिंह को काफी टॉर्चर किया गया है।

वहीं दूसरी और मृतक हरपाल सिंह के परिजन सतवीर सिंह ने बताया कि हरपाल सिंह की पुलिस कस्टडी में मौत हुई है इसलिए जब तक पुलिस इंस्पेक्टर पवन कुमार और उनके साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं करती है तब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे। उन्होंने कहा कि अभी तक हरपाल सिंह का शव नहीं लिया है इसलिए वह पीजीआई में ही धरने पर बैठे हुए हैं। सतवीर ने बताया कि पुलिस ने हरपाल को थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया है क्योंकि जब उन्हें रिमांड पर लिया गया था तो उससे पहले हरपाल का मेडिकल हुआ था मेडिकल में वह पूरी तरह से स्वस्थ थे। लेकिन रिमांड के दौरान उनकी तबीयत खराब हुई और वह कोमा में चले गए जिसके कारण हरपाल की मौत हुई है।