दिल्ली के नरेला में मासूम से बच्चे पर चला गुस्साए शिक्षक का डंडा ....... डंडे की चोट से फूटा बच्चे का सिर.......

चोट मामूली थी, लेकिन स्कूल की ये हरकत मामूली नहीं कही जा सकती। बच्चो को शारीरिक यातना देना जहाँ प्रतिबंधित हैं वहां सर फोड़ देना जाहिर तौर पर अपराध की श्रेणी में आता है। देखना ये है की स्कूल आरोपी शिक्षक पर क्या करवाई करती है।

दिल्ली के नरेला में मासूम से बच्चे पर चला गुस्साए शिक्षक का डंडा ....... डंडे की चोट से फूटा बच्चे का सिर.......

मासूम से बच्चे पर चला गुस्साए शिक्षक का डंडा। डंडे की चोट से फूटा बच्चे का सिर , घटना है बाहरी दिल्ली के सेक्टर ए 5  पॉकेट 2 नरेला स्थित नगर निगम स्कूल  की।  सिर  से खून निकलने के बाद भी नहीं किया प्राथमिक उपचार। अभिभवकों की शिकायत पर किया बैंडेज पट्टी, लेकिन सरकारी अस्पताल ले जाने में करते रहें आना कानी। मामले को दबाने की कोशिश।ये मासूम सा चेहरा, उम्र महज 8 साल।  इसके सिर लगा चोट का निशान खेलने या कही से गिरने से नहीं बल्कि अपने ही स्कूल के एक शिक्षिका के डंडे से लगी हैं।  बच्चे ने जरा सी बात क्या की , मैम का गुस्सा बढ़ गया और उन्होंने बच्चे पर डंडा दे मारा जिससे उसका सर फुट गया। घटना है नरेला सेक्टर A5  पॉकेट २  स्थित  निगम प्राथमिक स्कूल की जहाँ शिक्षिका का गुस्सा दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले को महंगा पड़ गया।अभिभावकों की माने तो उनका बच्चा कार्तिक रोता हुआ अपने घर आया।  बोला की मेम ने डंडे से मारा जिससे उसका सर फुट गया । हालांकि चोट मामूली थी लें ये व्यवहार मामूली नहीं था । माँ बाप अपने बच्चे के सर से निकलते खून से घबरा गए। प्राथमिक उपचार के बाद स्कूल में शिकायत की तो उनको अगले दिन का टाइम देकर वापस भेज  दिया गया। चोट मामूली थी, लेकिन स्कूल की ये हरकत मामूली नहीं कही जा सकती।  बच्चो को शारीरिक यातना देना जहाँ प्रतिबंधित हैं वहां सर फोड़ देना जाहिर तौर पर अपराध की श्रेणी में आता है।  देखना ये है की स्कूल आरोपी शिक्षक पर क्या करवाई करती है।