फतेहाबाद में यूजीसी के फैसले के खिलाफ छात्र संगठनों ने बोल हल्ला...

यूजीसी के फैसले के खिलाफ छात्र संगठनों का हल्ला बोल, छात्र संगठनों ने रतिया के बाजारों में निकाला रोष मार्च, अंतिम वर्ष की परीक्षा लिए जाने के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन, छात्र-छात्राओं ने कहा अन्य कक्षाओं की भांति उन्हें भी किया जाए प्रमोट, कोरोना के जोखिम में केवल अंतिम वर्ष की परीक्षा आयोजित करवाना अन्याय पूर्ण, यूजीसी ने फैसला वापिस नहीं लिया तो करेंगे बड़ा आंदोलन |

फतेहाबाद में यूजीसी के फैसले के खिलाफ छात्र संगठनों ने बोल हल्ला...

फतेहाबाद (सतीश खटक) || यूजीसी द्वारा अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षा लेने क फैसले के खिलाफ हरियाणा छात्र यूनियन और ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन ने मिलकर जबरदस्त प्रदर्शन किया। छात्र संगठनों ने शहर में रोष मार्च निकाल सरकार और यूजीसी के फैसले का विरोध करते जमकर नारेबाजी की।

यूनियन नेताओं का कहना था कि कोरोना के चलते परीक्षाएं आयोजित नहीं होगी और यह फैसला भी लिया गया कि प्रथम, द्वितीय और अंतिम वर्ष में पढऩे वाले छात्र-छात्राओं को असेसमेंट आधार पर प्रमोट किया जाएगा, जिसके चलते छात्र-छात्राओ ने परीक्षाओं की तैयारीभी नहीं की। अब यूजीसी ने अचानक ही नोटिस जारी कर अंतिम वर्ष की परीक्षाएं आयोजित की जाने के निर्देश जारी कर दिए। छात्र संगठनों ने यूजीसी के इस फैसले को गलत और अन्याय पूर्ण करार देते हुए डट कर विरोध किया। उन्होंने कहा कि कोरोना के इस संकट काल में जब सोशल डिस्टेंसिग की पालना करने का कहा जा रहा है वहीं यूजीसी केवल अंतिम वर्ष की परीक्षा आयोजित कर क्या साबित करना चाहता है। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राएं परीक्षा देने के लिए सार्वजनिक वाहनों का प्रयोग करे परीक्षा केंद्रों पर पहुंचेगे तो क्या उन्हें कोरोना का भय नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सरकार छात्र-छात्राओं के कंधे पर बंदूक रख कर परीक्षा आयोजित करना चाहती है। छात्र संगठन इसे सहन नहीं करेगा और अगर उनके साथ जबरदस्ती की गई तो प्रदेश भर में बड़े पैमाने पर इसका विरोध किया जाएगा।