रोहतक जिले के सरकारी स्कूल में हवन यज्ञ कर नए शिक्षा सत्र की शुरुआत हुई

50 वर्षों में पहली बार किसी सरकारी स्कूल में हवन यज्ञ कर नए शिक्षा सत्र की शुरुआत की गई है यही नहीं प्रथम कक्षा में एडमिशन लेने वाले छोटे बच्चों को जहां अध्यापकों ने तिलक लगाकर उनका सम्मान किया तो वही बाकी बच्चों पर अध्यापक और अभिभावकों ने पुष्प वर्षा भी की, इससे पहले स्कूलों में इस तरह का आयोजन नहीं किया गया था इसके पीछे मान्यता है कि इस तरह शुरुआत करने से बच्चों का मनोबल बढ़ता है

रोहतक (हर्षवर्धन)||  50 वर्षों में पहली बार सरकारी स्कूल में हवन यज्ञ कर नए शिक्षा सत्र की शुरुआत की गई,यही नही पहली कक्षा के छात्रों को दाखिला लेने पर अध्यापिकाओं ने तिलक लगा उनका स्वागत किया,वही ग्रामीणों ने छात्रों पर पुष्प वर्षा भी की।आज 2023-24 शिक्षा सत्र की सगुरुआत हुई,रोहतक़ जिले के खरेंटी गांव के गवर्मेंट सीनियर सकेंडरी स्कूल  में अघ्यापको के साथ साथ अभिभावक ओर गांव के सरपँच भी मौजूद रहे।

हरियाणा में नए शिक्षा सत्र 2023-24 की शुरुआत आज से हो गई है आज से सभी सरकारी स्कूलों में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो गई है उसी कड़ी में रोहतक जिले के खरेंटी गांव में 50 वर्षों में पहली बार किसी सरकारी स्कूल में हवन यज्ञ कर नए शिक्षा सत्र की शुरुआत की गई है यही नहीं प्रथम कक्षा में एडमिशन लेने वाले छोटे बच्चों को जहां अध्यापकों ने तिलक लगाकर उनका सम्मान किया तो वही बाकी बच्चों पर अध्यापक और अभिभावकों ने पुष्प वर्षा भी की, इससे पहले स्कूलों में इस तरह का आयोजन नहीं किया गया था इसके पीछे मान्यता है कि इस तरह शुरुआत करने से बच्चों का मनोबल बढ़ता है साथ ही अभिभावकों का भी मन बनता है कि उनके बच्चे सरकारी स्कूल में जाए।

वहीं दूसरी ओर खरेंटी गांव के सरपंच जगबीर पहलवान ने बताया कि पहली बार ऐसा हुआ है जब हवन यज्ञ कर नए शिक्षा सत्र की शुरुआत की गई है उन्होंने कहा कि अध्यापकों की इस तरह शुरुआत की पूरा गांव सराहना कर रहा है और गांव की पंचायत का पूरा सहयोग अध्यापकों को मिलेगा वहीं दूसरी ओर के करण स्कूल के प्रिंसिपल श्याम लाल शर्मा करके नए शिक्षा सत्र की शुरुआत हुई है ताकि बच्चों का मनोबल बढ़ सके उन्होंने कहा कि लोग सरकारी स्कूलों पर विश्वास करें और अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में ही एडमिट करवाएं उन्होंने कहा कि क्वालीफाई और पढ़े-लिखे अध्यापक सरकारी स्कूलों में मौजूद होते हैं और लोगों के सहयोग से ही हम शिक्षा के स्तर को भी बढ़ा सकते हैं।