मतस्य उत्पादन कर मालामाल हो रहे मतस्य उत्पादक किसान...

प्रधानमंत्री मतस्य योजना के तहत दादरी जिला के प्रगतिशील किसान इन दिनों मछली उत्पादन करके खासा लाभ कमा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर वर्ष 2020 से लेकर वर्ष 2025 तक इस योजना के तहत पूरे देश में 20 लाख 50 हजार करोड़ रूपये इस योजना के तहत खर्च किए जा रहे हैं।

मतस्य उत्पादन कर मालामाल हो रहे मतस्य उत्पादक किसान...

चरखी दादरी (प्रदीप साहू) || प्रधानमंत्री मतस्य योजना के तहत दादरी जिला के प्रगतिशील किसान इन दिनों मछली उत्पादन करके खासा लाभ कमा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर वर्ष 2020 से लेकर वर्ष 2025 तक इस योजना के तहत पूरे देश में 20 लाख 50 हजार करोड़ रूपये इस योजना के तहत खर्च किए जा रहे हैं। जिसमें आधुनिक मछली उत्पादन के एक्वाकल्चर पर 12 हजार 340 करोड़ तथा फिशरीज के ढ़ांचागत विकास पर 7710 करोड़ रूपये पांच सालों के दौरान खर्च किए जा रहे हैं।

दादरी जिला के झोझू के मछली उत्पादक किसान विक्रम सांगवान व जगदीश कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री मतस्य योजना के तहत मछली उत्पादन करने वाले किसानों को 40 प्रतिशत सब्सिडी विभाग द्वारा उपलब्ध करवाई जाती है तथा अनुसूचित जाति-जनजाति व महिला वर्ग से संबंध रखने वाले उत्पादक किसान को सब्सिडी 60 प्रतिशत तक दी जा रही हैं। मतस्य विभाग द्वारा आधुनिक मतस्य उत्पादन को अपनाने के लिए नि:शुल्क प्रशिक्षण व तकनीकों की जानकारी भी दी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि वे परंपरागत तरीके से जोहड़ों में मछली उत्पादन की बजाए बहुत ही छोटे स्थान पर मिट्टी खोदकर उसमें प्लास्टिक का कपड़ा बिछाकर कम पानी का खर्च करते हुए मछली उत्पादन कर रहे हैं। मछली उत्पादन की मात्र दो फसलों में ही उनके द्वारा लगाई गई लागत पूरी हो रही हैं। मछली पालकों ने बताया कि मछली उत्पादन में वे मात्र सात लाख रूपये खर्च कर प्रति 6 माह में तैयार होने वाली मछली की फसल में साढ़े तीन लाख रूपये कमा रहे हैं | गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मतस्य योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2020-21 से 2025 तक लगभग 55 लाख नए रोजगार पैदा करने के अलावा मछली उत्पादन पांच वर्ष के दौरान दोगुना करना है। इस योजना के तहत पांच वर्षो के दौरान 70 लाख टन मछली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया हैं