स्ट्रीट लाइट लगाने के मामले में हुआ है करोड़ों का घोटाला, सरकार करे जांच : कपूर सिंह राठी

इनेलो नेता कपूर सिंह राठी ने कहा कि पिछले पांच साल में एलईडी लाइट लगाने के बहाने शहर बहादुरगढ़ में करीब 19 करोड़ के अलग-अलग टेंडर निकाले गए।जबकि करीब 14 करोड़ के टेंडर का भुगतान भी हो चुका है।पिछले बोर्ड के दौरान भी इंडियन नेशनल लोकदल के सभी पार्षदों ने रोशनी के मामले में कई बार घोटालों की आवाज उठाई, लेकिन भ्रष्टाचार में मिलीभगत से न तो किसी अधिकारी ने इस मामले में संज्ञान लिया और न ही सरकार ने किसी भ्रष्टाचारी को सलाखों के पीछे भेजा | बहादुरगढ़ शहर में किस गली की वजह सेलाइट माफिया खड़ा हो गया, जो जब चाहे और जहां चाहे स्ट्रीट लाइट बंद कर सकता था |

|| Bahadurgarh || Kartik Bhardwaj || इनेलो नेता कपूर सिंह राठी ने कहा कि पिछले पांच साल में एलईडी लाइट लगाने के बहाने शहर बहादुरगढ़ में करीब 19 करोड़ के अलग-अलग टेंडर निकाले गए।जबकि करीब 14 करोड़ के टेंडर का भुगतान भी हो चुका है।पिछले बोर्ड के दौरान भी इंडियन नेशनल लोकदल के सभी पार्षदों ने रोशनी के मामले में कई बार घोटालों की आवाज उठाई, लेकिन भ्रष्टाचार में मिलीभगत से न तो किसी अधिकारी ने इस मामले में संज्ञान लिया और न ही सरकार ने किसी भ्रष्टाचारी को सलाखों के पीछे भेजा | बहादुरगढ़ शहर में किस गली की वजह सेलाइट माफिया खड़ा हो गया, जो जब चाहे और जहां चाहे स्ट्रीट लाइट बंद कर सकता था |आज स्थिति यह है कि यदि शहर में बत्तियों के ठेकेदारों को किए गए भुगतान के अनुसार रिकॉर्ड सहित लाइट जलती तो बहादुरगढ़ वासियों को इस तरह अंधेरे में नहीं रहना पड़ता। कपूर सिंह राठी ने कहा कि बहादुरगढ़ के कुछ इलाके ऐसे हैं जहां एक या दो स्ट्रीट लाइटें मिलती हैं|

जबकि नगर परिषद द्वारा किए गए टेंडर के अनुसार हुडा विभाग द्वारा नगर परिषद को सौंपी गई लाइटों के अलावा बहादुरगढ़ शहर की गलियों में 14 करोड़ की विभिन्न कंपनियों की लाइटें लगी हैं |बहादुरगढ़ शहर में लगी स्ट्रीट लाइटों की बात करें तो अगर स्ट्रीट लाइटों को ही गिना जाए तो शहर में हुए संपत्ति सर्वेक्षण के अनुसार तीसरे घर पर आराम से एक लाइट लगाई जा सकती थी| उन्होंने कहा कि इस प्रकाश घोटाले की जांच न तो सरकार ने आज तक की है और न ही नगर परिषद ने इस जांच को कराने या कराने की जिम्मेदारी निभाई है |

करोड़ों रुपए का स्ट्रीट लाइट घोटाला न केवल मिलीभगत से बड़ी आसानी से किया गया, बल्कि सरकार ने रोशनी के मामले में की गई हर शिकायत को दूसरे विभाग की बताकर पल्ला झाड़ लिया।जिसका खामियाजा आज बहादुरगढ़ की जनता भुगत रही है।इस घोटाले को लेकर इंडियन नेशनल लोकदल के युवा कार्यकर्ताओं ने एक बार फिर हरियाणा सरकार के मुख्यमंत्री हरियाणा स्थानीय निकाय विभाग मंत्री को शिकायत भेजी है | जिसमें न केवल स्ट्रीट लाइटों के टेंडर नंबर सहित पूरा विवरण दिया गया है, बल्कि नगर परिषद द्वारा नौकरी संख्या 211 से लेकर अब तक लगाई गई सभी स्ट्रीट लाइटों का विवरण भी डीएमसी द्वारा जांचा गया है और एक शिकायती पत्र भी दिया गया है. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है।कपूर सिंह राठी ने कहा कि अगर भाजपा में हिम्मत है तो वह सभी स्ट्रीट लाइटों पर नंबर लगाकर आंकड़े सार्वजनिक करे, ताकि दूध के बदले दूध और पानी के बदले पानी हो सके | नगर परिषद के पदाधिकारी भाजपा के दबाव में काम करते हैं और बिलों पर एडवांस डेट लिखकर हस्ताक्षर भी कर देते हैं।