जोशीमठ में सैकड़ों परीवारों के अस्तिव पर खतरा, धंस रही है जमीनें

जोशीमठ के लोग बुरी तरह सहमे हुए हैं। लोगों के बीच बस यही सवाल हो रहा है कि आखिर यहां धरती धंस क्यों रही है? जोशीमठ में पिछले कई दिनों से घरों, सड़कों में दरारें आ रही है। पूरा शहर धंसता ही चला जा रहा है।

जोशीमठ में सैकड़ों परीवारों के अस्तिव पर खतरा, धंस रही है जमीनें

||Joshimath Uttarakhand || Anup || जोशीमठ के लोग बुरी तरह सहमे हुए हैं। लोगों के बीच बस यही सवाल हो रहा है कि आखिर यहां धरती धंस क्यों रही है? जोशीमठ में पिछले कई दिनों से घरों, सड़कों में दरारें आ रही है। पूरा शहर धंसता ही चला जा रहा है। यहां अब तक 500 से भी ज्यादा घरों में दरारें आ चुकी हैं। इनमें 100 से ज्यादा घर ऐसे हैं, जो कभी भी ढह सकते हैं। सीएम धामी खुद शनिवार को जोशीमठ पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उत्तराखंड के सिंकिंग टाउन जोशीमठ में भू-धंसाव को देखते हुए सरकार ने कई परिवारों को अस्थायी जगहों पर शिफ्ट कर दिया है। 

लोगों ने सरकार से जोशीमठ के अस्तित्व को बचाने की अपील कर रहे हैं। उन्हें डर है की अगर यंहा बड़ी आपदा आ जाती है तो वो सब अपने अपने घरों से बेघर हो जाएंगे। सैकड़ों लोगों ने मशाल जलाकर विरोध प्रदर्शन भी किया है। अभी तक 66 परिवार निकाला जा चुका है और उन्हें सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने बताया कि जिस दिन से यह घटना हुई है, वह रोज प्रधानमंत्री कार्यालय में पूरी अपेडेट दे रहे हैं। अब इस संबंध में प्रधानमंत्री के साथ डिटेल में बात हुई है। प्रधानमंत्री कार्यालय उत्तराखंड के जोशीमठ में स्थिति का जायजा लेने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित करेगा।