साइबर सिटी के जैकमपुरा निवासियों की अनूठी पहल गली में डाला कूड़ा तो लठ से होगा स्वागत

कहते हैं जब किसी काम को करने में प्रशासन विफल हो जाए तो उसे भगवान के सहारे छोड़ देना चाहिए। कुछ ऐसा ही इन दिनों जैकबपुरा निवासियों ने किया है। क्षेत्र को स्वच्छ रखने के लिए लोगों ने अब दीवारों को पेंट कर जय श्री राम के नारे लिखने शुरू कर दिए हैं। इतना ही नही मोहल्ले में लगाए गए बैनरों पर लिखा यहा कूड़ा डालना सख्त मना है, पकड़े जाने पर लठ से होगी कार्रवाई और वसूला जाएगा 500 रुपए जुर्माना। दरअसल यहां लोगों ने गली के कोने पर कूड़े के ढेर लगाने शुरू कर दिए थे। हालात यह तक हो गए थे कि लोग अपने घरों को बेचकर यहां से दूसरे क्षेत्रों में जाने लगे थे ।नगर निगम के अधिकारियों को जब इन कूड़े के ढेर उठाने के लिए कहा गया तो अधिकारियों ने कोई सुनवाई नहीं की। इसके बाद लोगों ने अपने क्षेत्र को स्वच्छ बनाने के लिए खुद ही कमान संभाली और न केवल कूड़े के ढेर बल्कि दोबारा यहां लोगों को कूड़ा डालने से रोकने के लिए दीवार को पेंट कर कर जय श्री राम के नारे लिखवा दिए।

कहते हैं जब किसी काम को करने में प्रशासन विफल हो जाए तो उसे भगवान के सहारे छोड़ देना चाहिए। कुछ ऐसा ही इन दिनों जैकबपुरा निवासियों ने किया है। क्षेत्र को स्वच्छ रखने के लिए लोगों ने अब दीवारों को पेंट कर जय श्री राम के नारे लिखने शुरू कर दिए हैं। इतना ही नही मोहल्ले में लगाए गए बैनरों पर लिखा यहा कूड़ा डालना सख्त मना है, पकड़े जाने पर लठ से होगी कार्रवाई और वसूला जाएगा 500 रुपए जुर्माना। दरअसल यहां लोगों ने गली के कोने पर कूड़े के ढेर लगाने शुरू कर दिए थे। हालात यह तक हो गए थे कि लोग अपने घरों को बेचकर यहां से दूसरे क्षेत्रों में जाने लगे थे ।नगर निगम के अधिकारियों को जब इन कूड़े के ढेर उठाने के लिए कहा गया तो अधिकारियों ने कोई सुनवाई नहीं की। इसके बाद लोगों ने अपने क्षेत्र को स्वच्छ बनाने के लिए खुद ही कमान संभाली और न केवल कूड़े के ढेर बल्कि दोबारा यहां लोगों को कूड़ा डालने से रोकने के लिए दीवार को पेंट कर कर जय श्री राम के नारे लिखवा दिए।
बाइट-जतिन स्थानीय निवासी
बाइट-डॉ महावीर जैन
बाइट-डॉ एमसी वर्मा
वीओ 2
लोगों की माने तो यहा सफाई व्यवस्था बनाए रखने के दौरान उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। कूड़ा डालने से लोगों को रोकने के लिए कई बार झड़प भी हुई और थाने के भी चक्कर काटने पड़े लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। स्थानीय लोगों की माने तो सफाई के मामले में भले ही नगर निगम बड़े-बड़े दावे करता हो, लेकिन हकीकत यह है कि निगम अधिकारियो के यह दावे केवल कागजों में ही सिमट कर रह गए हैं। निगम के हालात तो यहां तक है कि अधिकारियों ने क्षेत्र की सफाई करवाना तो दूर बल्कि यहां तैनात सफाई कर्मचारियों को ही ट्रांसफर कर दिया। लोगों की माने तो वर्तमान में उनके क्षेत्र में कोई भी सफाई कर्मचारी नहीं है।
लोगों की माने तो अब उन्होंने भगवान राम का सहारा लेकर अपने क्षेत्र को कचरा मुक्त करने की ठानी है। उन्हें आशा है कि वह भगवान का सहारा लेकर ही अब अपने क्षेत्र को स्वच्छ बना सकते हैं। अब देखना यह होगा कि लोगों की यह मुहिम कितनी कारगर साबित होती है।