गन्ने के दाम बढ़ाए जाने को लेकर किसानो के धरने का दूसरा दिन

शुगर मिल भादसो में किसानो के बीच पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा की सरकार ने जल्द किसानो की मांग को पूरा नहीं किया | तो 23 जनवरी को कुरुक्षेत्र में होने वाली किसानो की मीटिंग में लिया सकता है बड़ा फैसला।

गन्ने के दाम बढ़ाए जाने को लेकर  किसानो के धरने का दूसरा दिन

|| Indri || Kartik Bhardwaj || इंद्री के  शुगर मिल भादसो में किसानो के बीच पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा की सरकार ने जल्द किसानो की मांग को पूरा नहीं किया|  तो 23 जनवरी को कुरुक्षेत्र में होने वाली किसानो की मीटिंग में लिया सकता है बड़ा फैसला। गन्ने के दाम बढ़ाए जाने को लेकर  किसानो के धरने का दूसरा दिन है इंद्री के शुगर मिल भादसो  के गेट पर तालाबंदी कर किसान मिल गेट के आगे डटे हुए है | मिल आज से पूर्ण रूप से बंद |

मिल गेट के सामने  किसान अपनी मांगो को लेकर धरने पर बैठे हुए है  और भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी किसानो के बीच पहुंचे हे किसानो को सम्बोधित करते कहा की  सरकार किसानों की नहीं सुन रही है हमारे नेताओं के  साथ सरकार किसी भी तरह से बातचीत नहीं कर रही हैं|  जिसको लेकर के किसानों को आंदोलन और तेज करने की जरुरत है  | उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्य में गन्ने के दाम बढ़ा दिए गए लेकिन हरियाणा में गन्ने के दाम आज तक नहीं बढ़े किसानो की मांग है कि गन्ने के दाम450  कुंटल किया जाए, ताकि  गन्ने की छिलाई और अन्य लेबर तथा गन्ने के उत्पादन में भारी खर्चा आ रहा है जो रेट  दिया जा रहा है उसमें उसकी पूर्ति भी पूरी तरह नहीं हो रही हे जिससे की किसान पूरी तरह से परेशान हे। 

भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा की हमारे पुरे हरियाणा में 14 शुगर मिलो के आगे धरना चल रहा हे | और सभी धरने कामयाब हो रहे है| सभी मिलो में जाकर किसानो की बात सुनी जा रही हे। उन्होंने कहा की सरकार ने जो वायदा 2014 में किया था वि गन्ने का रेट बढ़ा करे देंगे सरकार हमें 2014 वाला ही रेट दे दे तब हम मान ले की सरकार ने गन्ने का रेट बढ़ाया है।

उन्होंने कहा की 2024 में किसानो की सरकार होगी तभी किसानो के हित फैसले बड़े लिए जा सकते है और अब की बार भाजपा को बहार का रास्ता दिखाना होगा। अगर सरकार ने किसानो की मांग को  जल्द नहीं माना तो 23 जनवरी को कुरुक्षेत्र में होने वाली किसानो की पंचयात होगी और सभी शुगर मिलो से 11 ,11 किसान जायेगे और उस मीटिंग कोई भी बड़ा फैसला लिया सकता है चाहे रोड जाम क्यों न करना पड़े। और किसान अपनी मांग मनवाकर ही धरने से उठेंगे। हमारी सरकार से अभी तक कोई भी बातचीत नहीं हुई है |और नहीं सरकार ने बात की |