बार्डर से किसानों के साथ बर्ताव को लेकर महिलाओं व किसानों का गुस्सा फूटा

चरखी दादरी। दिल्ली कूच को लेकर हरियाणा-पंजाब के बार्डरों पर किसानों के साथ हो रहे बर्ताव को लेकर चरखी दादरी के किसानों का भी गुस्सा फूट पड़ा है। महिलाओं ने तो स्पष्ट कहा कि दिल्ली कूच से किसानों को कोई नहीं रोक सकता, म्हारे खसम भी बार्डर पर जाएंगे। हम घर का मोर्चा संभालेंगी और बच्चों समेत परिवार को आंदोलन में भेजेंगी।

चरखी दादरी। दिल्ली कूच को लेकर हरियाणा-पंजाब के बार्डरों पर किसानों के साथ हो रहे बर्ताव को लेकर चरखी दादरी के किसानों का भी गुस्सा फूट पड़ा है। महिलाओं ने तो स्पष्ट कहा कि दिल्ली कूच से किसानों को कोई नहीं रोक सकता, म्हारे खसम भी बार्डर पर जाएंगे। हम घर का मोर्चा संभालेंगी और बच्चों समेत परिवार को आंदोलन में भेजेंगी।

दरअसल किसान संगठनों द्वारा दादरी के भाजपा जिला कार्यालय पर धरना देते हुए केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में पहुंची महिलाओं ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए किसान आंदोलन मामले में सीधे रूप से केंद्र सरकार को दोषी ठहराया। धरने पर आई कांता देवी ने कहा कि हम घर संभालेंगी, खसम व परिवार के अन्य सदस्य आंदोलन में शामिल होंगे। किसानों ने भी कहा कि बार्डर पर सरकार ने कीलें गाडकर किसानों को रोकने का जो प्रयास कर रही है, वे बार्डर पर जाएंगे और सरकार की कीलें ठोकेंगे। पंजाब के किसानों के समर्थन मंे अब हरियाणा से खापों के साथ मिलकर जाएंगे। किसान नहीं रहेगा तो क्या खायेंगे ये नेता, हमे एमएसपी गारंट चाहिए और भूखे नहीं मरेंगे तो लड़कर ही मर लेंगे। निर्णय लिया कि खापों के साथ बार्डर पर जाने की रणनीति तैयार की जाएगी।