हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का कैथल दौरा....

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के चलते जरूरतमंद लोगों को राशन मुहैया करवाना सरकार की प्राथमिकता में शामिल रहा। कार्ड धारकों के साथ-साथ ऐसे व्यक्ति, जिनके पास कोई भी कार्ड नही था, उन्हें डिस्ट्रैस टोकन के माध्यम से राशन मुहैया करवाया गया। प्रदेश में 4 लाख 86 हजार लोगों को यह सुविधा दी गई। जिला कैथल में भी 25 हजार 416 लोगों को डिस्ट्रैस टोकन के माध्यम से राशन मुहैया करवाया गया। इसके साथ-साथ संकट की इस घड़ी में प्रवासी मजदूरों को उनके संबंधित राज्यों में भेजने की समुचित व्यवस्था की गई। तीन हजार से ज्यादा बसें दूसरे राज्यों में प्रवासी मजदूरों को छोड़कर आई तथा 100 ट्रेनों की व्यवस्था की गई, जिसके माध्यम से विभिन्न राज्यों में लोगों को पूरे इंतजाम के साथ पहुंचाया गया। कोरोना वैश्विक महामारी को रोकने की दिशा में प्रदेश के साथ-साथ जिला कैथल प्रशासन ने मुस्तैदी से कार्य किया है, जिसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का कैथल दौरा....

कैथल (विपिन शर्मा) || हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता औऱ कैथल के पूर्व विधायक रणदीप सुरजेवाला के अनुभव पर उंगली उठाते हुए कहा जो आदमी 5 वर्ष में मात्र 7 दिन असेम्बली में जाता है तो 15 वर्षो में उसका अनुभव मात्र 21 दिन का रहा होगा उन्होंने तंज कसते हुए सुरजेवाला को प्रदेश का पप्पू बताते हुए कहा अगर ऐसे कुछ व्यक्ति कुछ और प्रदेशो में हो जाए तो प्रदेश का ही नहीं देश का भी भला हो जाएगा क्योंकि एक देश का पप्पू है दूसरा प्रदेश का पप्पू  

 मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना को हराने में शासन प्रशासन दिन-रात कार्य किया है, जिसके परिणाम स्वरूप हरियाणा प्रदेश की स्थिति दूसरे राज्यों की अपेक्षा बेहत्तर है। कोरोना महामारी किसी ने भी नही देखी थी और इसका किसी को भी अनुभव नही है। पूरा विश्व इसकी चपेट में आया, जब भारत में इस महामारी ने दस्तक दी तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी सुझबुझ से कार्य करते हुए इसे फैलने से रोकने के दृष्टिïगत लॉकडाउन जैसा महत्वपूर्ण फैसला लिया। हरियाणा प्रदेश में भी इसके संक्रमण को रोकने के लिए कार्य किया गया है, जिसके परिणाम स्वरूप हरियाणा की स्थिति दूसरे राज्यों की अपेक्षा ठीक है। उन्होंने कहा कि इस महामारी को रोकने के लिए कोई दवा नही बनी है, इसलिए सभी को मास्क, सोशल डिस्टैंस आदि सावधानियों को अपनी आदत में शामिल करना होगा। हरियाणा प्रदेश में इस महामारी के जांच के लिए टैस्टिंग लैब और बढ़ाई जाएगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को कहा कि अपनी डयूटी के साथ-साथ समाज की भलाई का कार्य करें, जो योग्य व्यक्ति हैं, उसे ही लाभ मिले। सरकार की व्यवस्था में केवल ठीक चीजें चलेंगी, गलत पर काटा लगेगा और किसी अनावश्यक व्यक्ति की फेवर नही होगी। केवल और केवल योग्य को ही लाभ दिया जाना सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा कोरोना के चलते किसानों की फसल खरीदने के लिए वैकल्पिक खरीद केंद्र बनाए गए थे, ताकि किसी भी किसान को परेशानी नही हो। उन्होंने कहा कि इस सीजन की किसानों की पेमैंट अगर बकाया है तो तुरंत संबंधित किसान को दिलवाना सुनिश्चित करें। 

 उन्होंने कहा कि लॉकडाउन-4 खत्म हो गया है, स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अब अनलोक-1 जारी किया है। इस अवधि में सभी व्यक्ति मास्क लगाकर रखें और सामाजिक दूरी का विशेष ध्यान रखें। कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलता है, इसे रोकने के लिए हम सभी को सावधानी बरतनी होगी, जो व्यक्ति दिशा-निर्देशों की अवहेलना करेगा, उसके लिए जुर्माने का प्रावधान भी किया गया है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश सरकार भविष्य की लड़ाई, भविष्य की चिंता को लेकर चल रही है। आने वाली पीढ़ी के लिए प्रकृति के अनमोल देन, जल को बचाना बहुत जरूरी है, जो पानी आज हमारे पास है, उसका हमें उचित इस्तेमाल करना है। सरकार शिवालिक, सरस्वती प्रोजेक्ट पर कार्य कर रही है। पानी के संकट को देखते हुए एसवाईएल की लड़ाई भी सरकार लड़ रही है। पानी को बचाने के लिए माईक्रो इरिगेशन पद्दति बहुत लाभकारी है। उन्होंने कहा कि एक किलो चावल पैदा करने में 3 हजार लीटर पानी का दोहन होता है, इसलिए हमें अपने आने वाली पीढ़ी हेतू जल बचाने के लिए फसल विविधिकरण करनी होगी, जिससे अनमोल पानी की बचत होगी। राजनीतिक व्यवस्था में लोकतंत्र के तहत सत्ताधारियों का आना-जाना लगा रहता है, परंतू अगली पीढ़ी के लिए सोचना बहुत ही जरूरी है। एक अपील के माध्यम से किसानों का आह्वïान किया गया है कि धान की बजाए अन्य फसल लगाकर आने वाली पीढ़ी के बारे में सोचें।