Charkhi Dadri: जमीन बचाने के लिए किसान लगाएंगे पीएम से अरदास

किसानों की मांग है कि उनकी अधिग्रहित की गई जमीन का उचित मुआवजा नहीं मिला है। ऐसे में वे प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर सीएम व केंद्रीय मंत्री से मिल चुके हैं। बावजूद इसके उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया।

Charkhi Dadri: जमीन बचाने के लिए किसान लगाएंगे पीएम से अरदास

चरखी दादरी। ग्रीन कारिडोर की अधिग्रहित जमीन का मुआवजा बढ़ाने की मांग को लेकर पिछले 7 महीने से धरनारत किसान अब पीएम नरेंद्र मोदी से मिलकर अरदास लगाएंगे। इसके लिए किसानों ने धरने पर रणनीति बनाते हुए प्रशासन से किसान प्रतिनिधि मंडल के मिलने का समय मांगा है। पीएम मोदी 15 अक्टूबर को दादरी में चुनावी रैली को संबोधित करने पहुंच रहे हैं। इस दौरान किसानों ने निर्णय लिया कि अगर 12 अक्टूबर तक किसानों को पीएम से मिलने का समय नहीं मिलता है तो 13 को धरनास्थल पर ही जिले के 17 गांवों के किसान बड़ा फैसला लेंगे।बता दें कि दादरी जिले के 17 गांवों के किसान गत 26 फरवरी से गांव रामनगर में धरने पर बैठे हैं। किसानों की मांग है कि उनकी अधिग्रहित की गई जमीन का उचित मुआवजा नहीं मिला है। ऐसे में वे प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर सीएम व केंद्रीय मंत्री से मिल चुके हैं। बावजूद इसके उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया। किसानों का कहना है कि अपनी मांगों को लेकर 7 माह से धरने पर बैठे किसानों को अपनी जमीन जाने के भय से 6 किसानों की मौत हो चुकी हैं। ऐसे में किसान अब आर-पार की लड़ाई के मूृढ में हैं।गांव रामनगर में धरने पर बुधवार को धरनारत किसानों ने किसान नेता अनूप खातीवास व विनोद मोड़ी की संयुक्त अध्यक्षता में मीटिंग की और सरकार के खिलाफ रोष जताया। इस दौरान किसानों ने आंदोलन की रणनीति बनाते हुए निर्णय लिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 अक्टूबर को दादरी में चुनावी रैली को संबोधित करने पहुंचेंगे। रैली के दौरान किसानों का प्रतिनिधिमंडल पीएम से मिलेगा। इसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों से प्रमिशन मांगी जाएगी। अगर पीएम से मिलने का समय मिला तो वे अपनी समस्या को लेकर अवगत करवाएंगे। इसके लिए किसान 12 अक्टूबर तक इंतजार करेंगे। पीएम से मिलने का समय नहीं मिला तो 13 अक्टूबर को धरने पर सभी गांवों के किसान एकजुट होंगे और आगामी आंदोलन को लेकर बड़ा फैसला लेंगे।