मथुरा में शुद्ध जल छोड़ने को लेकर समाज सेवी तारा चंद गोस्वामी ने घाट पर रेती से स्नान कर किया प्रदर्शन....

जनपद मथुरा में जी में शुद्ध जल छोड़ने को लेकर समाज सेवी तारा चंद गोस्वामी ने सहयोगियों के साथ वृंदावन के बिहारी जी घाट पर रेती से स्नान कर अजीबोगरीब प्रदर्शन किया, यह प्रदर्शन सरकार के समक्ष गंगा दशहरा के पर्व को लेकर यमुना में शुद्ध जल छोड़ने के लिए किया गया ।

मथुरा में शुद्ध जल छोड़ने को लेकर समाज सेवी तारा चंद गोस्वामी ने घाट पर रेती से स्नान कर किया प्रदर्शन....

मथुरा (मदन सारस्वत) || जनपद मथुरा में  जी में शुद्ध जल छोड़ने को लेकर समाज सेवी तारा चंद गोस्वामी ने सहयोगियों के साथ वृंदावन के बिहारी जी घाट पर रेती से स्नान कर अजीबोगरीब प्रदर्शन किया, यह प्रदर्शन सरकार के समक्ष गंगा दशहरा के पर्व को लेकर यमुना में शुद्ध जल छोड़ने के लिए किया गया । 

कोविंद 19 को लेकर विश्व भर में लोग घरों के अंदर कैद है , कोरोना वायरस को लेकर लोगो के अंदर भय बना हुआ है , भारत मे कोरोना वायरस का संकट और भी गहराने लगा है , लोक डाउन के दौरान भारत सरकार ने हर जगह प्रतिबंध लगा रखा है, ऐसे में करोड़ो हिन्दुस्तानियो की आस्था गंगा और यमुना से जुड़ी हैं ,1 जून को गंगा दशहरा स्नान का पर्व है, भलेही श्रद्धा आस्था रखने वाले लोग यमुना में स्नान ना करें लेकिन लोगों की आस्था यमुना और गंगा से जुड़ी है, सरकार ने लोक डाउन के दौरान धार्मिक कार्यक्रम व स्थलों के साथ सार्वजनिक कार्य क्रमो पर रोक लगा रखी है। श्रद्धालुओं की आस्था यमुना जी से जुड़ी है पहले से ही यमुना शुद्धिकरण को लेकर मांग रखते चले आ रहे हैं , 1 जून को गंगा दशहरा का पर्व है , समाजसेवी ताराचंद गोस्वामी ने श्री वृंदावन धाम के बिहारी घाट पर सरकार की प्रति रोष व्याप्त किया और आलोचना करते हुए कहा कि गंगा दशहरा का पावन पर्व है , यमुना जी में पहले की अपेक्षा और सड़ा हुआ पानी छोड़ दिया है , ताकि धर्म आस्था से जुड़े संत महात्मा श्रद्धालु यमुना जी का आगमन भी ना कर सके इसके साथ ही वृंदावन में आप देख रहे हैं सीधे-सीधे नाला यमुना जी में जा रहा है , निश्चित ही ऐसे यमुना जल में अगर कोई भी श्रद्धालु स्नान करेगा तो उसको फोड़ा फुंसी अनेक बीमारी होने का खतरा हो सकता है , कोरोना महामारी चल रही है यमुना शुद्धिकरण के नाम पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी कहते हैं कि मैं दिल्ली से आगरा तक यमुना जी में शुद्ध जल के साथ मरस्ट्री चलाए जाएंगे लेकिन  मरस्ट्री तो दूर की बात यमुना जी का पानी आचमन करने के लायक भी नहीं है।