यमुनानगर में मानव तस्करी का एक बहुत बड़ा मामला आया सामने  ........................

इस मामले महाराष्ट्र पुलिस भी यमुनानगर आएगी।इस मामले पर हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री कवँरपाल गुर्जर से बातचीत की गई कि एक पीड़िता सामने आई है जिसे कई बार बेचा गया दुराचार किया गया ,बचपन से लेकर अब तक ।इसके तार महाराष्ट्र से हरियाणा तक जुड़े है इस पर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जो भी इस प्रकार का कृत्य कर रहे है बिल्कुल भी बक्शा नही जाएगा।जो लड़की सामने आई है उससे बहुत सारी जानकारी मिलेगी।हम महाराष्ट्र पुलिस से सहयोग लेंगे भी और उनको सहयोग देंगे भी ताकि पूरी सच्चाई पता चल सके और दोषियों को सजा मिले।

यमुनानगर में मानव तस्करी का एक बहुत बड़ा मामला आया सामने  ........................

मानव तस्करी का एक बहुत बड़ा मामला सामने आया है ।मामला हरियाणा के जिला यमुनानगर से उजागर हुआ है ।जिसके तार महाराष्ट्र से हरियाणा हिमाचल तक जुड़े है । महाराष्ट्र से 11 साल की मासूम अपरहण कर मासूम को लाखो में  सात जगह बेचा गया कई जगह उसके साथ गैंग रेप किया गया।कई सालों तक यातनाएं सही ।एक बार फिर इसको बेचने की तैयारी हो चुकी थी। 11 साल की उम्र से जुल्म सहती खुशी अब 21 साल की हो चुकी है । लेकिन इस बार मकान मालिक और एनजीओ की मदद से ये मामला उजागर हुआ और इस मामले में एसपी को शिकायत दी गयी जिसके बाद यमुनानगर के महिला थाने में जीरो एफआईआर कर चन्द्र पुर महाराष्ट्र पुलिस से सम्पर्क किया गया है ,ये केस महाराष्ट्र पुलिस को ट्रांसफर किया जाएगा। वही इस मामले में हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री कवँरपाल गुर्जर का कहना है कि यदि ऐसा कोई गिरोह है जो इस प्रकार के काम कर रहा है उसे बक्शा नही जाएगा।ये लड़की जो सामने आई है इससे बहुत सी जानकारी मिलेगी , हम महाराष्ट्र पुलिस का सहयोग लेंगे और सहयोग देंगे भी ताकि पूरी सच्चाई का पता चल सके।मानव तस्करी का गौरखधंधा इस कदर देश मे चल रहा है और मासूम बच्चियों को जिस्मफ़रोशी के लिए एक राज्य से दूसरे दूसरे से तीसरे राज्य बेचकर मानव तस्कर मुनाफा कमाने में लगे है ।बचपन से जवानी तक हवस के दरिंदे एक मासूम को नोचते रहे ऐसी ही ये दर्द भरी कहानी खुशी (काल्पनिक नाम)की है।खुशी को बेचने वाली महिला सपना खुद को खुशी की माँ बता परिचय दिया करती और फिर उसे बेच दिया करती थी। खुशी ने बताया कि महाराष्ट्र से 11 साल की उम्र में जानवी नाम की महिला ने खुशी को  मन्दिर का प्रशाद खिला कर पहले अपरहण किया । यहां से हिमाचल प्रदेश के नाहन की सपना को बेच दिया। सपना ने उसको आगे अलग-अलग जगहों पर सौदा किया। फिर उसे फतेहाबाद में डेढ लाख रुपये में बेचा गया। जहां भी उसे बेचा गया, वहीं पर उसके साथ गैंगरेप हुआ। अब वह यहां जगाधरी में पहुंची, तो उसकी कहानी का पता लगा। वर्ष 2010 में पीड़िता 11 साल की थी। वह अपने दोस्त के घर जाने के लिए निकली, तभी जानवी नाम की महिला ने उसे प्रसाद खाने के लिए दिया। जिससे वह बेहोश हो गई। जब उसे होश आया, तो वह एक कार में थी। तुरंत जानवी ने उसे पानी पिला दिया। जिससे वह फिर बेहोश हो गई। जानवी उसे हरियाणा में लेकर पहुंची, यहां गढ़ी गांव में सपना नाम की महिला मिली। उसने कमरे में बंद कर दिया। फिर यहां से रात को सपना व जानवी उसे हिमाचल प्रदेश के नाहन में लेकर चली गई। वहां पर रात भर उसे कमरे में बंधक बनाकर रखा, उसके बाद उसे करनाल लाया गया । यहां चार-पांच लड़कों के साथ उसे भेज दिया। उन लड़कों ने उसके साथ गलत काम किया। तीन दिन उसे अपने पास रखा। फिर तीन दिन बाद सपना आई और उसे नाहन लेकर चली गई। दोबारा फिर करनाल में करीब 45 वर्षीय व्यक्ति को बेच दिया