दिल्ली : बवाना में गोली मारकर युवक की हत्या  ...............

शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज पुलिस जांच में जुट गई है। सवाल दिल्ली के सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने वालों से हैं , सवाल दिल्ली पुलिस से हैं और सवाल यहां के प्रशासन से हैं। क्योंकि हत्या करने के बाद आरोपी फरार है और पहचान होने के बावजूद भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। दिल्ली में किसी को गोली मार कर आराम से सलाखों से बआहर रहना कहीं ना कहीं अन्य अपराधियों के मनोबल को बढ़ाता है और जो परिवार जो बिखड़ा गया उसका दर्द इस व्यवस्था के आगे अब क्या ही कहा जाए।

दिल्ली : बवाना में गोली मारकर युवक की हत्या  ...............

  दिल्ली में बात बात पर गोली चल जाना, किसी की जान ले लेना, और अपराध को अंजाम देकर मौके से फरार हो जाना अब अपराधियों के बाये हाथ का खेल हो गया हैं। दिल्ली के बवाना में आज एक युवक को मारी गई गोली, युवक की मौके पर मौत.... युवकमहर्षि वाल्मीकि हॉस्पिटल में करता था डाटा ऑपरेटर का जॉब..... आपसी रंजिश में चली गोली...अपराधी फरार , मामले की जाँच में जुटी पुलिस.....दिल्ली में सर्दी शायद दिल्ली पुलिस के सुरक्षा इंतेजामात को भी जमा बैठी है।

यही कारण हैं कि देश की राजधानी में दिन  दहाड़े कोई भी बन्दूक पिस्टल लेकर घूम रहा है , कहीं भी किसी को भी मार रहा हैं, और आराम से मौके से फरार हो जा रहा है। मुंह ताकती मौके पर मिल रही हैं तो दिल्ली पुलिस की चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था। ताजा मामला हैं दिल्ली के बवाना की जहाँ दो लोगो के झगड़े में बीचबचाव करने गए राहुल नाम के तीसरे व्यक्ति को गोली मार दी गई। युवक महर्षि वाल्मीकि हॉस्पिटल में डाटा ऑपरेटर का जॉब करता था जिसकी गोली लगने के बाद मौके पर ही मौत हो गई। एकलौते बेटे की हत्या के बाद उसके माँ बाप का रो रोकर बुरा हाल हैं। एक पिता के लिए सबसे भारी उसके बेटे की अर्थी होती हैं ये आपको शायद ये तस्वीरें देख कर महसूस हो। माँ और परिजनों को तो होश ही नहीं है कि एक झटके में उनकी बगिया उजड़ गई है  . शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज पुलिस जांच में जुट गई है।  सवाल दिल्ली के सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने वालों से हैं , सवाल दिल्ली पुलिस से हैं और सवाल यहां के प्रशासन से हैं।  क्योंकि हत्या करने के बाद आरोपी फरार है और पहचान होने के बावजूद भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।  दिल्ली में किसी को गोली मार कर आराम से सलाखों से बआहर रहना कहीं ना कहीं अन्य अपराधियों के मनोबल को बढ़ाता है और जो परिवार जो बिखड़ा गया उसका  दर्द इस व्यवस्था के आगे अब क्या ही कहा जाए।