आखरी क्यों हरियाणा पंजाब बॉर्डर यात्रियों को लगा भारत-पाकिस्तान बॉर्डर...

हरियाणा से पंजाब जाने वाले यात्रियों को भारत-पाकिस्तान बॉर्डर जैसा लगने लगा हरियाणा-पंजाब बॉर्डर , पंजाब की कैप्टन सरकार से यात्रियो का बड़ा सवाल , कि क्या हरियाणा पाकिस्तान में हैं , हरियाणा की बसों को पंजाब में नहीं मिलती एंट्री , हर रोज हजारों यात्री धक्के खाकर करते हैं सफर , कोरोना का हवाला देकर नहीं दी जा रही सरकारी बसों को एंट्री , जबकि खुलेआम पंजाब में जा रही हैं अन्य राज्यों की निजी बसें , बड़ा सवाल क्या सिर्फ बस में बैठकर सफर करने से फैलेगा कोरोना ?

आखरी क्यों हरियाणा पंजाब बॉर्डर यात्रियों को लगा भारत-पाकिस्तान बॉर्डर...

अम्बाला (अंकुर कपूर) || हरियाणा से पंजाब जाने वाले बस यात्रियों को हरियाणा-पंजाब सीमा अब भारत-पाकिस्तान के बॉर्डर जैसी लगने लगी है। ऐसा इसलिए है क्योंकि हरियाणा से पंजाब जाने वाले यात्रियों का यह सफर उनके लिए इस कदर परेशानी और दिक्क्तों भरा है कि उन्हें अब यह महसूस होने लगा है कि शायद वो कोई बॉर्डर पार कर रहे हों। ऐसा इसलिए है क्योंकि पंजाब सरकार ने हरियाणा रोडवेज की बसों को पंजाब में दाखिल होने की मंजूरी अभी तक नही दी। जिसका ख़ामियाज़ा हरियाणा से पंजाब जाने वाले बस यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि किसी भी अन्य राज्य से हरियाणा होकर पंजाब जाने वाली निजी बसों पर कोई रोक टोक नही है ।

देश अनलॉक के 5वें चरण में है और पूरे देश में अधिकतर संस्थान और कार्यालय जरुरी हिदायतों के साथ खोलने की छूट दे दी गई है। ऐसे में यातायात के संसाधन भी अब फुल केपेसिटी में चलाने की मंजूरी भी राज्य सरकारें विभागों को दे चुकी हैं। लेकिन पंजाब सरकार कोरोना महामारी का हवाला देकर अभी तक हरियाणा रोडवेज की बसों को पंजाब में एंट्री की मंजूरी नही दे रही , जिसकी वजह से हरियाणा रोडवेज की बसों को मजबूरन अपनी पंजाब जाने वाली सवारियों को शंभु बार्डर पर उतारना पड़ता है। वहाँ से सवारियों को भीड़ में कड़ी मशक्त कर और काफी देर इन्तजार करने के बाद पंजाब के लिए बस लेनी पड़ती है। जिसकी वजह से उन्हें परेशानी के साथ साथ महँगा किराया भी देना पड़ता है। यात्रियों ने अपना दुःख जाहिर करते हुए बताया कि उन्हें हरियाणा और पंजाब का बार्डर अब  पाकिस्तान बार्डर की तरह लग रहा है क्योंकि हरियाणा  की सरकारी बसें पंजाब नहीं जा सकती। वहीँ यात्री खुद पर पड़ रहे किराए के अतिरिक्त बोझ से भी निराश हैं।

शंभु बार्डर पर मौजूद हरियाणा रोडवेज के इस्पेक्टर ने बताया कि हरियाणा रोडवेज के अधिकारियों ने दूसरे राज्यों से हरियाणा रोडवेज की एंट्री की अनुमति मांगी है लेकिन अभी तक उन्हें कोई अनुमति नहीं मिली है जिसकी वजह से हरियाणा से पंजाब जाने वाली सवारियों को बहुत समस्या का सामना करना पड़ रहा है। हरियाणा रोडवेज के इंस्पेक्टर ने दूसरे राज्यों की सरकारों पर प्रश्नचिन्ह लगाए है। उन्होंने कहा कि वो बाकी राज्यों से पूछना चाहते है कि क्या कोरोना महामारी सिर्फ हरियाणा रोडवेज से ही फैलेगी ? क्योंकि जो निजी बसें सवारियां भरकर पंजाब जा रही है उन पर कोई रोक नहीं है सिर्फ हरियाणा रोडवेज की बसों पर रोक है। उन्होंने ने बताया कि इसकी वजह से हरियाणा रोडवेज को राजस्व घाटा भी हो रहा है। कैप्टन साहब भले ही कोरोना का हवाला देकर हरियाणा की सरकारी बसों को पंजाब में दाखिल होने की इजाजत नहीं दे रहे , लेकिन यहाँ बड़ा सवाल ये खड़ा होता है कि क्या कोरोना सिर्फ सरकारी बस के जरिये पंजाब में दाखिल होने से ही फैलेगा ? क्योंकि पंजाब में अन्य राज्यों से आ रही निजी बसों पर कोई रोक टोक नहीं है।