गूंगी-बहरी सरकार को जगाने के लिए करेंगे धमाके, होगी आर-पार की लड़ाई

धरने के छठे दिन लिपिकों के अलावा दूसरे कर्मचारियों ने समर्थन दिया। प्रधान प्रदीप सांगवान की अगुवाई में धरने पर कर्मचारियों ने एकजुट होकर 34500 ग्रेड पे नहीं देने तक अपने कार्यालयों में नहीं जाने का फैसला लिया। साथ ही स्पष्ट कहा कि वे अपना हक पाने के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं।

चरखी दादरी || लिपिक कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान धरने पर सरकार को सीधी चेतावनी दी कि गंगी-बहरी सरकार को जगाने के लिए धमाके करेंगे। इसकी शुरूआत हो चुकी है। समय रहते सरकार नहीं चेतती है तो 35400 ग्रेड पे के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार रहेंगे। वहीं धरने पर समर्थन देने पहुंचे पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने भी लिपिकाें की एकता को जीत का रास्ता बताया और कहा कोई लैट साहब हो, सरकार को लिपिकों की मांगों को मानना पड़ेगा।

जिला मुख्यालय पर कर्लक एसोसिएशन वेल्फेयर संगठन के आह्वान पर सरकारी विभागों के लिपिकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल कर धरने दिया जा रहा है। धरने के छठे दिन लिपिकों के अलावा दूसरे कर्मचारियों ने समर्थन दिया। प्रधान प्रदीप सांगवान की अगुवाई में धरने पर कर्मचारियों ने एकजुट होकर 34500 ग्रेड पे नहीं देने तक अपने कार्यालयों में नहीं जाने का फैसला लिया। साथ ही स्पष्ट कहा कि वे अपना हक पाने के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं। इस दौरान राजनीतिक व सामाजिक संगठनों ने भी लिपिकों के धरने को समर्थन दिया।

धरने पर पहुंचे पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने कहा कि कोई लैट साहब हो लिपिकों की मांगे माननी पड़ेंगी। लिपिकों के बैगर सरकार के कार्य नहीं हो सकते, लिपिकों की एकता सरकार के गले की फांस बनेगी। लिपिक अपनी जायज मांगों को लेकर एकजुट हैं और सरकार को समय रहते इनकी मांगों को पूरा करना चाहिए। क्योंकि सरकार चलाने में लिपिकों का भी अहम रोल होता है। लिपिकों के हड़ताल पर जाने से सरकारी कार्य रूकने के अलावा आमजन को भी काफी परेशानियां हो रही हैं।