इंद्री हल्के के गांव कैहरबा का किसान नवाब खान सब्जी की पैदावार कर अच्छा मुनाफा ले रहा है!

 इंद्री || अब किसान गेहूं व धान की फसल की बजाए सब्जी व बाग लगा कर अपनी आमदनी बढ़ाने  में लगे हुए है| क्योंकि अब वह पहले वाला किसान भी नही रहा पढ़े लिखे युवा किसान तो विभिन्न प्रकार के तरीके अपना कर अच्छा पैसा कमा रहे है। ऐसा किसानों की सरकार भी मदद कर रही है।

इंद्री || अब किसान गेहूं व धान की फसल की बजाए सब्जी व बाग लगा कर अपनी आमदनी बढ़ाने  में लगे हुए है| क्योंकि अब वह पहले वाला किसान भी नही रहा पढ़े लिखे युवा किसान तो विभिन्न प्रकार के तरीके अपना कर अच्छा पैसा कमा रहे है। ऐसा किसानों की सरकार भी मदद कर रही है। ऐसा ही उपमंडल  इंद्री के गांव कैहरबा का एक प्रगतिशील किसान पिछले कई सालों से सब्जी की पैदावार कर अच्छी कमाई कर रहा है। इन्द्री के गांव कैहरबा का रहने वाला नवाब खान पिछले लगभग 17 सालों से अपने खेतों में विभिन्न प्रकार की सब्जियों की पैदावार कर रहा है। इस समय किसान नवाब खान ने अपने खेतों में चप्पन टिड़ा, ब्रोकली, फूल व पत्ता गोभी लगाई हुई है। इसके बाद वो करेला व घीया लगाएगा। 

इस बारे में जानकारी देते हुए सब्जी उत्पादक प्रगतिशील किसान नवाब खान ने बताया कि वो पिछले कई वर्षो से अपने खेतों में सब्जी की पैदावार कर प्रतिवर्ष अच्छी कमाई कर रहा है। उन्होंने बताया कि सब्जी की खेती में पानी की कम खपत होती है। एक छोटे किसान के लिए सब्जी की खेती करना फायदे का धंधा है। उन्होंने बताया कि मैनें आजकल अपने खेतो में चप्पन टिंड़ा की खेती की हुई है। यह असल में पहले राजस्थान मे पैदा किया जाता था लेकिन अब हरियाणा में भी इसकी पैदावार होने लग गई है। यह एकड़ में दो से अढ़ाई लाख रूपयो तक की पैदावार दे देता है। इस पर प्रति एकड़ लगभग बीस से पच्चीस हजार रूपया लागत आती है ओर लेबर भी कम लगती है।

इसकी ब्रिकी स्थानीय मंडिय़ों में ही हो जाती है। उन्होंने बताया कि आजकल सब्जियों के अच्छे दाम मिल रहे है। गेंहु जीरी की बजाए सब्जी की पैदावार में कमाई ज्यादा है। नवाब ने बताया कि गेंंहु व जीरी तो साल में एक ही फसल देती है जबकि सब्जी की खेती कर साल में दो बार फसल ली जा सकती है। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में  सरकार भी सब्जी व बागवानी के लिए किसानों को सब्सिडी व बीज उपलब्ध करवा रही है।  सरकार द्वारा सब्जी पर तीस से पैंतीस हजार रूपया सब्सिड़ी दी जा रही है। उन्होंने छोटे किसानों से सब्जी की खेती करने की अपील करते हुए कहा कि सब्जी में ओर अन्य फसलों की उपेक्षा ज्यादा कमाई है। मेरी सभी छोटे किसान भाईयों से अपील है कि वो अपने खेतों में परंपरागत खेती करने की बजाए सब्जी व बागवानी की खेती कर अच्छा मुनाफा कमाएं।