गुरुग्राम-सिम कार्ड लाओ, हजार रुपए पाओ!

गुरुग्राम || सिम कार्ड लाओ एक हजार रुपए ले जाओ। जी हा साइबर अपराधियो ने इस तकनीक का इस्तेमाल कर देशभर में लोगो को 76 करोड़ रुपए से अधिक का चूना लगा दिया। गुरुग्राम पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट दुवारा गिरफ्तार किए गए 76 आरोपियो से इसका खुलासा हुआ है। दरअसल साइबर अपराध से जुड़े ये अपराधी भोलेभाले लोगो को कच्चा लालच दे कर सिम कार्ड खरीद रहे थे।

गुरुग्राम || सिम कार्ड लाओ एक हजार रुपए ले जाओ। जी हा साइबर अपराधियो ने इस तकनीक का इस्तेमाल कर देशभर में लोगो को 76 करोड़ रुपए से अधिक का चूना लगा दिया। गुरुग्राम पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट दुवारा गिरफ्तार किए गए 76 आरोपियो से इसका खुलासा हुआ है। दरअसल साइबर अपराध से जुड़े ये अपराधी भोलेभाले लोगो को कच्चा लालच दे कर सिम कार्ड खरीद रहे थे। इन के चंगुल में अधिकांश मजदूर वर्ग के लोग आते थे। सिम कार्ड खरीदने के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड, या फिर आईडी प्रूफ की आवश्यकता होती है। आईडी प्रूफ होने के बाद कोई भी शक्श 100 से 200 रुपए में सिम कार्ड ले सकता है। इसी का फायदा उठा रहे थे साइबर क्राइम से जुड़े अपराधी। 

डीसीपी सिद्धार्थ जैन की माने तो जब इस नरक्सेस का पता चला तो टेलीकॉम कम्पनियों से सम्पर्क किया गया और यह पता लगाया गया कि किस इलाके में सबसे ज्यादा सिम कार्ड की बिक्री हो रही है। जांच के दौरान पता चला कि कुछ लोग दूसरे के आईडी प्रूफ पर सिम खरीद रहे है और उसका इस्तेमाल अपराध के लिए किया जा रहा है। इस को गम्भीरता से लेते हुए जब क्राइम यूनिट ने कार्रवाई शुरू की और साइबर क्राइम करने वाले 76 आरोपियो को दबोचा तो इसका खुलासा हुआ। जिसके बाद टेलीकॉम कंपनियों से मिल कर ऐसे हजारों फर्जी सिम कार्ड को ब्लाक करवाया गया, जिनका इस्तेमाल अपराधी कर रहे थे। डीसीपी ने खुलासा किया कि अपराध की दुनिया से जुड़े लोग मजदूर वर्ग के लोगो को लालच दे कर सिम कार्ड लेने के लिए कहते थे और उनसे एक हजार रुपए तक मे सिम कार्ड खरीद कर वारदात को अंजाम दे रहे थे। जब भी ऐसे नम्बर से किसी को काल की जाती थी और पुलिस उस नम्बर को ट्रेस कर अपराधी तक पहुचने का प्रयास करती थी तो बहुत मुश्किल होती थी। क्योंकि जिस आईडी पर सिम ईशू होती थी उसको इसके बारे में कोई ज्ञान नही होता था। पूछने पर पता चलता था कि उसने तो पैसों की आवश्यकता के चलते सिम कार्ड बेच दिया था।

बहरहाल साइबर क्राइम यूनिट ने फर्जी सिम कार्डो को ब्लाक कर व साइबर अपराध करने वाले 76 आरोपियो को गिरफ्तार कर इस गोरखधंधे पर अंकुश लगाने में सफलता प्राप्त जरूर की है। ऐसे में देखना होगा कि पुलिस की इस कार्रवाई के बाद साइबर क्राइम पर कितना अंकुश लग पता है। यह तो समय ही बताएगा। फिलहाल तो गुरुग्राम साइबर क्राइम यूनिट साइबर अपराधियो की कमर तोड़ने में लगी हुई है।