साइबर सिटी में माहिरा बिल्डर के खिलाफ रेरा ऑफिस बहार प्रदर्शन

यह तमाम सवालों के जवाब लोग हरियाणा सरकार, रियल स्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी और उन अधिकारियों से मांग रहे हैं जिन्होंने माहिरा होम्स को लाइसेंस दिया था। लोगों का यह भी कहना है कि बिल्डर लगातार उन्हें ब्लैकमेल कर रहा है और उनसे बार-बार क़िस्त की मांग कर रहा है।

गुरुग्राम || भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि भारत के हर नागरिक के पास अपना आशियाना होना चाहिए, जिसके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना में लोगों को अफोर्डेबल हाउसिंग के तहत आशियाना मिलता है और गुरुग्राम में भी हजारों लोगों ने प्रधानमंत्री की इस योजना पर भरोसा कर अपनी जीवन पूंजी माहिरा होम्स के प्रोजेक्ट में लगा दी, लेकिन तकरीबन 25 लाख रुपए देने के बावजूद भी लोगों को उनका आशियाना नहीं  मिला है। इसी को लेकर सेक्टर-104 के खरीददारों ने रियल स्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी के दफ्तर के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। 

दरअसल बीते दिनों डीटीपी विभाग की तरफ से बिल्डर का लाइसेंस रद कर दिया गया था। वहीं दूसरी तरफ रियल स्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी के आदेशों के बाद बिल्डर के तमाम अकाउंट को भी सीज कर बिल्डर को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया था। लेकिन इस बीच जिन लोगों ने इस प्रोजेक्ट में अपनी पूरे जीवन की जमा पूंजी लगा दी अब उनका क्या होगा। यह तमाम सवालों के जवाब लोग हरियाणा सरकार, रियल स्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी और उन अधिकारियों से मांग रहे हैं जिन्होंने माहिरा होम्स को लाइसेंस दिया था। लोगों का यह भी कहना है कि बिल्डर लगातार उन्हें ब्लैकमेल कर रहा है और उनसे बार-बार क़िस्त की मांग कर रहा है।

दरअसल माहिरा होम्स प्रोजेक्ट में कांग्रेस नेता व समालखा से विधायक धर्म सिंह छोकर का बेटा डायरेक्टर है और शायद यही वजह है कि राजनीति में दबदबा होने के कारण से सरकार अब तक कोई सख्त कार्रवाई बिल्डर के खिलाफ तो नहीं कर सकी है लेकिन लोग जरूर दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। वहीं माहिरा होम्स के गुरुग्राम में चार प्रोजेक्ट चल रहे हैं। जिसमें से सबसे पहले गुरूग्राम के सेक्टर 68 वाले प्रोजेक्ट का लाइसेंस रद्द किया गया था। दरअसल सेक्टर 68 में इस प्रोजेक्ट को 2017 में शुरू किया गया था। परियोजना द्वारा 10 एकड़ में कुल 1480 फ्लैट बनाए जाने थे। माहिरा होम्स सोसाइटी का लाइसेंस टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग द्वारा रद्द कर दिया गया था। तो वहीं अब सेक्टर 104 के खरीदारों में रोष है और वह दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।