दिल्ली : हिरणकी में भ्रष्टाचार की घटिया सामग्री से हो रहा ये निर्माण कार्य...

हिरणकी से बुराड़ी यमुना पुस्ता से जगतपुर की तरफ जाने वाले रास्ते का रहा चौड़ीकरण, 40 करोड़ की लागत के बाद भी नहीं हो रहा सही से निर्माण, घटिया माल का हो रहा उपयोग, AE और JE संग बड़े अधिकारीयों की सांठ गाँठ में हो रहा घोटाला, आम जनता परेशान, तीसरे दर्जे की ईंटों से हो रहा निर्माण, बनने से पहले ही न ढह जाए कहीं दीवार ?

दिल्ली : हिरणकी में भ्रष्टाचार की घटिया सामग्री से हो रहा ये निर्माण कार्य...

Delhi (Dushyant San) || राजधानी दिल्ली में एक बाद एक घोटाले और भ्रष्टाचार का खुकसा होना अब आम होता जा रहा है, कहीं सरकारी ज़मीन पर कब्ज़ा कर अवैध निर्माण किये जाते हैं तो कही निर्माण के नाम पर टेंडर में दिखाया कुछ जाता है परन्तु काम करने की विधि कुछ और होती है,  ऐसा ही एक मामला दिल्ली यमुना  के पास से आया है जहाँ पुश्ते का चौड़ीकरण किया जा रहा है ऐसे में यदि हिरणकी से बुराड़ी यमुना पुस्ते की बात करें तो  हिरणकी से बुराड़ी यमुना पुस्ता से जगतपुर की तरफ जाने वाले रास्ते का चौड़ीकरण लगातार जोरों पर है इस सड़क को चौड़ा किया जा रहा है. 


परन्तु घटिया माल का उपयोग सरे आम किया जा रहा है ,एक तरफ घटिया क्वालिटी की पीली ईटों की दीवार की जा रही है, और वहीँ सडको पर भारी मात्रा में डस्ट बिखरा पड़ा है, केवल एक कट्टा सीमेंट का इस्ते माल इस डस्ट में किया जाता है, तीसरे दर्जे की यानी पीली ईंटो से दीवार बनाई जा रही है जिसमे ईटो  का चट्टा भी शामिल है, जिसमे टूटी हुई ईंटें शामिल हैं।  करोड़ों की लागत के बाद भी घटिया मटेरियल का इस्तेमाल यहाँ हो रहा है, अब इस पर एक बड़ा सवाल ये उठता है की 40 करोड़ की लागत के बाद आखिर इस घोटाले को अंजाम देने में किस किस का हाथ है ?


 

40 करोड़ की लागत से यमुना पुश्ते का चौड़ीकरण किया जाना था लेकिन कहीं ना कहीं ठकेदारों द्वारा सरे आम घोटाला किया जा रहा है , AE और JE व उच्च बड़े अधिकारी  अपनी खानापूर्ति करके अपनी जेब भरने में लगे है कागजों में अच्छी क्वालिटी की सामग्री का उल्लेख किया गया है

परन्तु  हकीकत यह है कि उस में घटिया सामग्री का इस्तेमाल हो रहा है,और काफी बड़े दर्जे पर घोटाले को अंजाम दिया जा रहा है। जिसका नतीजा आने वाले कुछ सालों में बारिश के समय में दीवारों के गिरने से पता चल जाएगा जिससे और कोई  नहीं परन्तु जनता को ही समस्या होगी। .