न्याय के लिए सडक़ों पर बैठी बेटियों की आवाज दबाना चाहती है केंद्र सरकार : प्रदीप रंगा

बहुजन समाज पार्टी ने खिलाडिय़ों के समर्थन में जिला अध्यक्ष प्रदीप रंगा के नेतृत्व में शहर में प्रदर्शन किया तथा उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर खिलाडिय़ों को न्याय दिलाए जाने की मांग की। प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष प्रदीप रंगा एवं जिला सचिव महाबीर सिंह बराड़ ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम चमकाने वाले खिलाड़ी न्याय की मांग को लेकर दिल्ली की सडक़ों पर बैठे है, लेकिन सरकार उनकी मांग सुनने की बजाए उन पर लाठियां बरसाकर उनका अपमान कर रही है।

भिवानी || दिल्ली में धरने पर बैठ कर सरकार से न्याय की गुहार लगा रहे खिलाडिय़ों के समर्थन में विभिन्न सामाजिक एवं राजनीतिक संगठन प्रदर्शन कर खिलाडिय़ों की आवाज बुलंद करने में लगे हुए है. लेकिन उसके बावजूद भी केंद्र सरकार खिलाडिय़ों की गुहार को अनसुना कर रही है। इसी कड़ी में बुधवार को बहुजन समाज पार्टी ने खिलाडिय़ों के समर्थन में जिला अध्यक्ष प्रदीप रंगा के नेतृत्व में शहर में प्रदर्शन किया तथा उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर खिलाडिय़ों को न्याय दिलाए जाने की मांग की।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष प्रदीप रंगा एवं जिला सचिव महाबीर सिंह बराड़ ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम चमकाने वाले खिलाड़ी न्याय की मांग को लेकर दिल्ली की सडक़ों पर बैठे है, लेकिन सरकार उनकी मांग सुनने की बजाए उन पर लाठियां बरसाकर उनका अपमान कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार एक तरफ तो महिला सशक्तिकरण का नारा देती है, वही दूसरी तरफ अपनी खिलाफ हो रहे अन्याय की आवाज उठाने वाली बेटियों की आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भाजपा सांसद एवं भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण को गिरफ्तार करने में आनाकानी कर रही है।

उन्होंने कहा कि जिन खिलाडिय़ों की बदौलत भारत की साख विश्व भर में बढ़ी है, आज वे ही खिलाड़ी अत्याचार व अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते हुए सडक़ों पर बैठने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार आरोपी सांसद बृजभूषण को बचाना चाहती है। उन्होंने कहा कि आज खिलाडिय़ों के समर्थन में पूरा देश खड़ा है तथा जब तक खिलाडिय़ों को न्याय मिलने तक वे भी चुप नहीं बैठेंगे तथा जरूरत पड़ी तो दिल्ली कूच भी करेंगे।