मणिपुर से लौटा रोहतक का सागर: बोला- हिंसा के कारण डर का माहौल, कॉलेज में हुए कैद, खाने-पीने का सामान भी खत्म हुआ

हरियाणा सरकार ही मणिपुर में रह कर पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स की टिकट वापसी की व्यवस्था भी कर रही है। जिन 5 स्टूडेंट्स की मणिपुर से वापस उनके घर हरियाणा के अलग-अलग जिलों में हुई है, उनमें महेन्द्रगढ़ जिले के कमलकांत, जींद जिले की रितु, पलवल जिले की शिवानी, सिरसा जिले की नेहा रानी और रोहतक जिले के सागर कुंडू शामिल है।

रोहतक || मणिपुर में हिंसा की वजह से फंसे हरियाणा के स्टूडेंट्स की घर वापसी की कवायद तेज हो गई है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर खुद इस मामले पर नजर बनाए हुए है। पहली कड़ी में 5 स्टूडेंट्स की घर वापसी हुई है, वही 16 और स्टूडेंट्स की मणिपुर से घर वापसी करवाई गई। हरियाणा सरकार ही मणिपुर में रह कर पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स की टिकट वापसी की व्यवस्था भी कर रही है। जिन 5 स्टूडेंट्स की मणिपुर से वापस उनके घर हरियाणा के अलग-अलग जिलों में हुई है, उनमें महेन्द्रगढ़ जिले के कमलकांत, जींद जिले की रितु, पलवल जिले की शिवानी, सिरसा जिले की नेहा रानी और रोहतक जिले के सागर कुंडू शामिल है। हरियाणा सरकार द्वारा मंगलवार को 16 और स्टूडेंट्स की घर वापसी हुई है।

देर रात रोहतक जिले के टीटोली गांव अपने घर पहुंचे सागर कुंडू ने बताया कि 3 मई को एलाउंसमेंट के माध्यम से उन्हें पता चला था कि यहां पर हिंसा हो रही है जिसके चलते जल्दी-जल्दी में वह अपने कॉलेज में पहुंचे लेकिन उन्हें टिकट उपलब्ध नहीं हो पाई. इस दौरान वो कॉलेज में ही कैद होकर रह गई. जहां पर मैश में भी सामान खत्म होने लगा था. सागर कुंडू ने बताया कि पानी और खाने तक के लाले पड़ गए थे. ऐसे में हरियाणा सरकार के सीएमओ ऑफिस से उनसे संपर्क किया गया और उन के माध्यम से आज वह अपने घर पर हैं. सागर कुंडू ने घर पहुंचने पर हरियाणा सरकार का धन्यवाद किया। गौरतलब है कि मणिपुर में हुई हिंसा के दौरान हरियाणा सरकार ने वहां पर रहे छात्रों को अपने खर्च पर घर वापसी करवाई है।