अंतरराष्ट्रीय खिलाडिय़ों के उत्पीड़न के खिलाफ जनसंगठनों ने कुश्ती संघ अध्यक्ष व भाजपा सांसद का पुतला फूंका

अंतरराष्ट्रीय खिलाडियों के उत्पीड़न के खिलाफ जनसंगठनों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष व भाजपा सांसद का पुतला दहन किया। कुश्ती संघ को पद से हटाने व निष्पक्ष जांच की मांग की |

अंतरराष्ट्रीय खिलाडिय़ों के उत्पीड़न के खिलाफ जनसंगठनों ने कुश्ती संघ अध्यक्ष व भाजपा सांसद का पुतला फूंका

|| Bhiwani || Kartik Bhardwaj || अंतरराष्ट्रीय खिलाडियों के उत्पीड़न के खिलाफ जनसंगठनों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष व भाजपा सांसद का पुतला दहन किया। कुश्ती संघ को पद से हटाने व निष्पक्ष जांच की मांग की। कहां सरकार एक तरफ तो बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दे रही है वहीं अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ यौन शोषण का मामला एक गंभीर मुद्दा है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मामले में अपना दखल देना चाहिए || 

वहीं प्रदर्शनकारियों ने कहा कि 22 जनवरी को महिला जनवादी समिति की सभी महिलाएं पंचकूला में खेल मंत्री संदीप सिंह के आवास का घेराव करेंगे और 26 जनवरी को जहां भी खेल मंत्री संदीप सिंह हरियाणा में झंडा पर आएंगे वहां उन्हें महिला जनवादी समिति के कार्यकर्ता काले झंडे दिखाये जाये गए | और उनका विरोध करे गए 

अंतर्राष्ट्रीय खिलाडियों के उत्पीड़न के खिलाफ जनसंगठनों सीटू, किसान सभा, जनवादी महिला समिति ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह का पुतला दहन किया व सरकार से कुश्ती संघ अध्यक्ष व सांसद को पद से हटाने, इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की। किसान सभा जिला उपाध्यक्ष का. ओमप्रकाश, महिला नेत्री बिमला घणघस व सीटू जिला सचिव का. अनिल कुमार ने कहा कि भाजपा सरकार को बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं जैसा झुठा नारा बंद कर देना चाहिए।

जंहा एक तरफ हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह पर अंतर्राष्ट्रीय खिलाडी ने यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। जिस पर हरियाणा सरकार इसकी निष्पक्ष जांच करने की बजाये आरोपियों को बचाने में लगी हुई है। खुद मुख्यमंत्री अर्नगल ब्यानबाजी कर रहे है। दूसरी ओर कल अंतर्राष्ट्रीय कुश्ती खिलाडि़यों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष व भाजपा सांसद पर दर्जनों खिलाडि़यों के यौन उत्पीड़न के आरोप लगाये है।

अंतर्राष्ट्रीय खिलाडि़यों ने यहा तक अरोप लगाये हैं कि इसकी शिकायत करने के बाद उन्हे जान से मारने की घमकियां दी जा रही है। जनसंगठनों के नेताओं ने कहा कि दोनो घटनाओं की उच्ंच स्तरीय जांच की जानी चाहिंए व तक दोनो आरोपियों को पद से हटाया जाना चाहिंए। सरकार अगर जल्द ही आरोपियों पर कार्यावाही नही करती हैं तो 22 जनवरी को जनसंगठनों के हजारों सदस्य सरकार के खिलाफ आक्रोश प्रदर्शन करके मंत्री को बर्खास्त करने, इसकी उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की व महिला खिलाडियों को न्याय दिलाने के लिए जनता से सहयोग की अपील की।